Friday, April 19

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गांधी परिवार का कोई व्यक्ति नेहरू सरनेम क्यों नहीं रखता? लेखक -पंकज कुमार श्रीवास्तव
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गांधी परिवार का कोई व्यक्ति नेहरू सरनेम क्यों नहीं रखता? लेखक -पंकज कुमार श्रीवास्तव

गांधी परिवार का कोई व्यक्ति नेहरू सरनेम क्यों नहीं रखता? लेखक -पंकज कुमार श्रीवास्तव 8873813976/8092882344/9508141253 गांधी परिवार का कोई व्यक्ति नेहरू सरनेम क्यों नहीं रखता? राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण का जबाब राज्यसभा में देते हुए 9फरवरी,2023 को पीएम नरेन्द्र मोदी ने गांधी परिवार पर नेहरू सरनेम को लेकर भी तंज कसा.पीएम ने कहा-किसी कार्यक्रम में अगर नेहरूजी के नाम का उल्लेख नहीं हुआ,तो कुछ लोगों के बाल खड़े हो जाते थे,लहू गर्म हो जाता था.मुझे ये समझ नहीं आता कि अगर नेहरू महान थे,तो उनके परिवार का कोई व्यक्ति नेहरू सरनेम क्यों नहीं रखता?क्या शर्मिंदगी है नेहरू सरनेम रखने में. इतना बड़ा महान व्यक्ति आपको और आपके परिवार को मंजूर नहीं है...और आप हमारा हिसाब मांगते हो. .....किस व्यक्ति का क्या नाम होगा,क्या सरनेम होगा- सामान्यतया इस संबंध में निर्णय उसके मां-बाप,बड़े-...
टीएस सिंहदेव: छोड़ आए हम वो गलियां, वरिष्ठ पत्रकार जवाहर नागदेव की ताक धिना… धिन…
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टीएस सिंहदेव: छोड़ आए हम वो गलियां, वरिष्ठ पत्रकार जवाहर नागदेव की ताक धिना… धिन…

टीएस सिंहदेव: छोड़ आए हम वो गलियां, वरिष्ठ पत्रकार जवाहर नागदेव की ताक धिना... धिन... भाजपा प्रवेश हेतु ‘कांग्रेसी कतार में हैं’ कृप्या प्रतीक्षा कीजिये-भाजपा                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                 छत्तीसगढ़ के सबसे बढ़िया नेता टीएस सिंहदेव पहले तो अपने साथ हुई धोखेबाजी से क्षुब्ध थे फिर चुनाव में उन्हे हराए जाने से उन्हें भारी ठेस लगी है। अब जबकि वे कांग्रेस को अच्छी तरह समझ चुके हैं और पार्टी मे अपनी स्थिति को जान चुके हैं, अंदर से बेहद खफ़ा होंगे इसम...
दिल जीतना सीखो जी! (व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा)
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दिल जीतना सीखो जी! (व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा)

पता है, अपने मोदी जी एक सौ चालीस करोड़ भारतीयों के दिलों पर क्यों राज करते हैं? मीडिया को गोदी में बैठा के? -- ना। विपक्ष को डरा के? -- ना। जो डराने से भी नहीं डरें, उन विरोधियों के पीछे ईडी, सीबीआइ लगा के? -- ना। पेशेवर विरोध करने वालों, आंदोलनजीवियों वगैरह को यूएपीए में जेल में पहुंचा के? -- ना। कोर्ट-कचहरी से लेकर इलेक्शन कमीशन तक सभी संस्थाओं से अपनी हां में हां मिलवा के? -- ना। देश की सीमाओं को पहले से सुरक्षित बना के? -- ना। बेरोजगारी घटा के? -- ना। महंगाई कम कर के? -- ना। पब्लिक के लिए जीना आसान बना के? -- ना। झूठे वादों से लोगों को ललचा के भी, ना। मोदी जी एक सौ चालीस करोड़ भारतीयों के दिलों पर राज करते हैं -- दिल जीत कर। देखा नहीं, कैसे हम सब के देखते-देखते, मोदी जी ने राष्ट्रीय लोकदल वाले जयंत चौधरी का दिल जीत लिया। अखिलेश, इंडिया वाले सब हाथ मलते रह गए। किसान-विसान सब नहीं, नहीं ...
आडवाणी जिसके रत्न है, वह भारत किसका है?(आलेख : बादल सरोज)
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आडवाणी जिसके रत्न है, वह भारत किसका है?(आलेख : बादल सरोज)

(यह आलेख आडवाणी के बाद घोषित भारत रत्नों से पहले का है।) किसी जमाने में भाजपा के शीर्ष नेता रहे और पिछले दस वर्षों से हाशिये से भी बाहर बिठा दिए गए लालकृष्ण आडवाणी अचानक तब खबरों में आ गए, जब 3 फरवरी को उन्हें भारत रत्न सम्मान दिए जाने की घोषणा की गयी। इस सम्मान के उनके चुने जाने, उसे दिए जाने के तरीके और उसके बाद भाजपा खेमे में एक स्वर से किये जा रहे मोदी प्रशस्तिगान ने खुद अपने कहे-बोले से ही बहुत कुछ साफ़ कर दिया है। कोई सप्ताह भर पहले ही बिहार के जननायक कहे जाने वाले कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से मरणोपरांत सम्मानित किये जाने का एलान किया गया था। उस वक़्त राष्ट्रपति भवन से विज्ञप्ति जारी की गयी थी, जिसमे राष्ट्रपति महोदया ने कहा था कि "मुझे इस बात की बहुत प्रसन्नता हो रही है कि भारत सरकार ने सामाजिक न्याय के पुरोधा महान जननायक कर्पूरी ठाकुर जी को भारत रत्न से सम्मानित करने का निर्णय लि...
BJP नेता के यहां छापा… थोड़ी बोलती बंद होगी विपक्ष की… वरिष्ठ पत्रकार जवाहर नागदेव की खरी… खरी…
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BJP नेता के यहां छापा… थोड़ी बोलती बंद होगी विपक्ष की… वरिष्ठ पत्रकार जवाहर नागदेव की खरी… खरी…

उत्तराखण्ड की तीन खबरे... उत्तराखण्ड इन दिनों चर्चा मे है। भोले-भाले मासूम पहाड़ी लोगों से आपका वास्ता नहीं पड़ा है तो बता दें कि दिल के साफ और ईमानदार टाईप के होते हैें ये लोग। पर सबसे बड़ी खराब खबर यहां से आई है तो वो ये कि यहां के हल्द्वानी क्षेत्र में एक थाने को जला दिया गया कई लोग घायल हुए और सरकारी संपत्ति का नुकसान हुआ इसलिये कि वहां एक अवैध मदरसे को तोड़ने की कार्यवाही कुछ लोगों को रास नहीं आई। इस तरह अवैधानिक कब्जा बचाने के लिये किये गये दंगे के कारण वहां पर फिलहाल कफ्र्यू लगाया गया है। और देखते ही गोली मार देने के गंभीर आदेश जारी कर दिये गये हैं। इतने भयानक दंगे का कारण मूलतः वहां पर एक विशेष समुदाय की निरंतर बढ़ती आबादी को बताया जा रहा है। जिसके द्वारा लगातार अवैध कब्जे किये जा रहे हैं। जमीन घोटालों में ईडी के छापे कांग्रेस के साथ भाजपा नेता भी घेरे में उत्तराखण्ड में फाॅर...
आसरा तिकड़मों का और दावे वॉकओवर के (आलेख : राजेंद्र शर्मा)
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आसरा तिकड़मों का और दावे वॉकओवर के (आलेख : राजेंद्र शर्मा)

विपक्ष शासित कर्नाटक में संघ-भाजपा ने बदहवासी में, जद (एस) का दरवाजा जा खटखटाया है। लोकसभा चुनाव में पलड़ा अपने खिलाफ झुकने की आशंका से भाजपा इतनी ज्यादा भरी हुई है कि उसने आनन-फानन में गठबंधन के हिस्से के तौर पर जद (एस) के लिए इस राज्य में लोकसभा की चार सीटें छोड़ने का ऐलान कर दिया, जबकि 2019 के चुनाव में भाजपा ने इस राज्य की कुल 28 में से 25 सीटों पर जीत हासिल की थी। झारखंड में आखिरकार, चम्पाई सोरेन की सरकार ने विश्वास मत हासिल कर लिया। वास्तव में इसमें अगर किसी को संदेह रहा भी होगा, तो रांची हाई कोर्ट के हेमंत सोरेन को विश्वास मत के लिए विधानसभा में उपस्थित रहने और मतदान में हिस्सा लेने की इजाजत देने के बाद, दूर हो गया होगा। हेमंत सोरेन की एक पुराने भूमि संबंधी मामले में ईडी द्वारा गिरफ्तारी के बाद, राज्य में अगर ज्यादा बड़ी राजनीतिक उठा-पटक टल गयी है और झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व ...
मोदी को साधना आता है, रिश्तों को बांधना आता है वरिष्ठ पत्रकार जवाहर नागदेव की खरी… खरी… देकर दायित्व बड़ा, टिकट पर रोड़ा किया खड़ा
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मोदी को साधना आता है, रिश्तों को बांधना आता है वरिष्ठ पत्रकार जवाहर नागदेव की खरी… खरी… देकर दायित्व बड़ा, टिकट पर रोड़ा किया खड़ा

एक वक्त था जब लोग किसी न किसी रूप मे, कम या ज्यादा दिल के किसी कोने में मोदीजी से खफ़ा भी थे। ‘भी’ इसलिये लगाया कि मोदीजी से अमूमन लोग बहुत खुश रहे हैं। मगर ये एक सच्चाई है कि लोगों के मन में थोड़ा असंतोष भी था मोदीजी के इस कदम से, इसे नकारा नहीं जा सकता। ये सच है कि उस वक्त प्रधानमंत्री बनने का अवसर लालकृष्ण आडवानी को मिलना था। ये भाजपा के अंदर लगभग तय भी माना जा रहा था। क्योंकि आदरणीय अटलबिहारी बाजपेई के बाद सबसे पहला और सीधा हक आडवानीजी का ही बनता था। मगर हुआ ऐसा कि मोदीजी ने आडवानी जी को किनारे कर दिया और खुद सत्ता संभाल ली। जबकि आडवानीजी को मोदीजी का गुरू कहा जाता है। बहरहाल मोदीजी से अवाम खुश है इसमें संशय नहीं है। और अब इस खबर से तो मोदीजी का सम्मान और बढ़ गया है। खबर ये है कि पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवानी को भारत रत्न के सम्मान से नवाजा जाएगा। निश्चित रूप से आडवानीजी इस सम...
7 फरवरी जन्मदिन विशेष ,असाधारण, कुशल और प्रभावी व्यक्तित्व ‘संजय द्विवेदी’ 0- लेख पवन कुमार पाण्डेय
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7 फरवरी जन्मदिन विशेष ,असाधारण, कुशल और प्रभावी व्यक्तित्व ‘संजय द्विवेदी’ 0- लेख पवन कुमार पाण्डेय

पचासवीं वर्षगांठ पर विशेष आज प्रो. संजय द्विवेदी का जन्मदिन है। बहुमुखी प्रतिभा के धनी, माँ सरस्वती के उपासक, मीडिया-शिक्षण को अपनी पुस्तकों और शोध पत्रों के माध्यम से नई दिशा के बोध-कारक तथा संपूर्ण भारत में पत्रकारिता के उच्च मानक स्थापित करने वाले भारतीय जन संचार संस्थान, नई दिल्ली के पूर्व महानिदेशक प्रो. (डॉ.) संजय द्विवेदी एक पत्रकार ही नहीं, कुशल संपादक, लेखक, संस्कृतिकर्मी, मीडिया-गुरु, अकादमिक प्रबंधक एवं संचार विशेषज्ञ के नाम से संपूर्ण देश में जाने जाते हैं। जो भी उनसे एक बार मिल लेता है, वह सदैव उनका होकर रह जाता है। निरंतन लेखन, संपादन, शिक्षण, पर्यटन, दोस्ती, बातचीत, फिल्में देखना, पढ़ना उन्हें पसंद है। लेखन की कला पिता परमात्मानाथ द्विवेदी से विरासत में मिली है। वह श्रेष्ठ शिक्षक होने के साथ उच्च कोटि के लेखक भी हैं। वह कहते हैं, ‘मेरे पास यात्राएं हैं, कर्म हैं और उससे...
पुरस्कार नमक या नमक पुरस्कार! (व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा)
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पुरस्कार नमक या नमक पुरस्कार! (व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा)

थैंक यू मोदी जी। भारत रत्न की लाइन में आडवाणी जी का भी नंबर आखिरकार आपने लगवा ही दिया। वर्ना लोगों ने तो कहना भी शुरू कर दिया था कि आडवाणी जी का नंबर अब नहीं आएगा। जब पीएम इन वेटिंग की लाइन में लगे-लगे ही रिटायर्ड हो गए, पर पीएम बनने का नंबर नहीं आने दिया। उल्टे बेचारों को मार्गदर्शक मंडल में पहुंचा दिया, ऊपर बैठकर सिर्फ तमाशा देखते रहने के लिए। फिर मोदी जी उनको भारत रत्न कैसे मिल जाने देेंगे? अटल जी को भारत रत्न दिलवा दिया। मदन मोहन मालवीय को भारत रत्न दिलवा दिया। नानाजी देशमुख को भारत रत्न दिलवा दिया। और तो और पहले प्रणव मुखर्जी को भी और अभी पिछले ही दिनों मौका देखकर कर्पूरी ठाकुर तक को भारत रत्न बनवा दिया। पर आडवाणी जी का नंबर नहीं आया। जब अब तक नंबर नहीं आया, तो अब नंबर क्या आएगा।   पर देख लीजिए, अभी नंबर आ गया। जब लोगों ने कहना शुरू कर दिया था कि अब आडवाणी जी का नंबर नहीं आ...
मदर ऑफ मैथमेटिक्स (व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा)
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मदर ऑफ मैथमेटिक्स (व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा)

चंडीगढ़ में मेयर के चुनाव में जो हुआ, वह क्या था? सिंपल है -- डैमोक्रेसी की मम्मी का चमत्कार हुआ है! माना कि चमत्कार जरा बड़ा है, पर है तो चमत्कार ही। एक तो डैमोक्रेसी की मम्मी और ऊपर अमृतकाल; फिर रामलला भी आ चुके हैं -- चमत्कार तो दहलाने वाला होना ही था। अमृतकाल से पहले, जिसे पक्की हार मिली होती, वह जीत की मिठाई बांट रहा है और जिसका पहले कभी भी जीतना तय था, अमृतकाल मेें हार कर आंसू बहा रहा है! बोलो जैकारा, डैमोक्रेसी की मम्मी का! पर चंडीगढ़ में जो हुआ, डैमोक्रेसी के चमत्कार से बढक़र है। आखिर, ये गणित का भी तो चमत्कार है। इंडिया वालों के वोट थे बीस। एनडीए के वोट थे सब जोड़-बटोर कर सोलह। पर सोलह की गिनती, बीस पर भारी पड़ गयी। यह सिंपल डैमोक्रेसी के चमत्कार का मामला नहीं है। असल में इसके पीछे मैथमेटिक्स यानी गणित का चमत्कार है। डैमोक्रेसी की मम्मी कितना ही चमत्कार कर ले, पर बीस को सोलह से ...