पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदुओं के खिलाफ मुसलमानों का जुल्म बेलगाम जारी है। दक्षिणी सिंघ प्रांत की एक विवाहित हिंदू लड़की को अगवा करके इस्लाम कुबूल करने के लिए डराया-धमकाया गया। जब वह अपना धर्म बदलने के लिए नहीं मानी तो उसके साथ दुष्कर्म किया गया। इंटरनेट मीडिया पर अपलोड किए गए एक वीडियो में पीड़ित हिंदू लड़की ने बताया कि उमरकोट जिले के समराव कस्बे में उसके साथ दुष्कर्म किया गया। लेकिन पुलिस ने संदिग्धों के खिलाफ अभी तक रिपोर्ट नहीं लिखी है।

आरोपियों के खिलाफ पुलिस दर्ज नहीं कर रही है केस

एक स्थानीय हिंदू नेता ने बताया कि रविवार तक मीरपुरखास की पुलिस लड़की के बताए आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज नहीं कर सकी है। रिपोर्ट दर्ज कराने के इंतजार में पीड़ित लड़की और उसके परिवार के सदस्य पुलिस स्टेशन के बाहर ही बैठे हैं। विवाहित लड़की ने बताया कि उसका अपहरण इब्राहिम मंगरियो और पुन्हो मंगरियो और उनके साथियों ने किया था। पहले से शादीशुदा हिंदू लड़की ने वीडियो में बताया कि पहले उसे डराया-धमकाया गया और इस्लाम कुबूल करने को कहा गया। लेकिन जब वह इसके लिए नहीं मानी तो तीन दिनों तक उसके साथ दुष्कर्म किया गया।

अपहरणकर्ताओं के चंगुल से निकल कर भागने में हुई कामयाब

पीड़िता ने बताया कि वह बड़ी मुश्किल से अपहरणकर्ताओं के चंगुल से निकल कर भागने में कामयाब हो पाई। सिंध के आंतरिक इलाकों में युवा हिंदू लड़कियों का अपहरण, मतांतरण एक प्रमुख समस्या बन चुका है। सिंध के थार, उमरकोट, मीरपुरखास, घोटकी और खैरपुर क्षेत्रों में बड़ी तादाद में हिंदू आबादी रहती है। पिछले साल जून में करीना कुमारी नाम की एक हिंदू किशोरी ने पाकिस्तानी अदालत को बताया था कि उससे बलपूर्वक इस्लाम कुबूल करवाया गया और जबरन एक मुसलमान से निकाह पढ़वाया गया।

नहीं रुक रहा हिंदू लड़कियों का जबरन मतांतरण

पिछले साल मार्च में तीन हिंदू लड़कियों सतरन ओड, कविता भील और अनीता भील का अपहरण कर जबरन उनका मतांतरण किया गया और आठ दिनों के अंदर ही मुस्लिम पुरुषों से निकाह करा दिया गया। ऐसे ही पिछले साल के 21 मार्च के एक अन्य मामले में पूजा कुमारी को उसके घर के बाहर ही गोली मारी गई थी।