Friday, March 29

प्रधानमंत्री मोदी के सूत्रों से परीक्षा को आनंद का उत्सव बनाने में सक्षम होंगे विद्यार्थी : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

 

प्रधानमंत्री से भोपाल की कुमारी रितिका घोड़के और दीपेश अहिरवार ने की परीक्षा पे चर्चा

विद्यार्थियों के मार्गदर्शन के लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी का माना आभार

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने विद्यार्थियों को बताया कि समय प्रबंधन और समय का नियोजन कैसे करें। समस्याओं को कैसे सुलझाये और स्मार्ट तरीके से हार्ड वर्क कैसे किया जाए, जिससे कम समय में बेहतर परिणाम मिल सके। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने शिक्षकों और अभिभावकों से बच्चों को पढ़ाने के तरीके और बच्चों के व्यक्तित्व विकास और उनके विचारों को विस्तार देने के संबंध में भी चर्चा की। प्रधानमंत्री श्री मोदी की परीक्षा पे चर्चा से बच्चे प्रसन्न हैं। उनका मार्गदर्शन अद्भुत और अभूतपूर्व है। प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा दिए गए सूत्रों से बच्चे तनावमुक्त होकर परीक्षा को आनंद का उत्सव बनाने में सक्षम होंगे। वे अपनी प्रतिभा का स्वाभाविक प्रकटीकरण होने से आनंद और मस्ती से परीक्षा का सामना करेंगें तथा परिणाम भी बेहतर आएंगे। प्रधानमंत्री श्री मोदी का इस पहल के लिए आभार।

मुख्यमंत्री निवास पधारे भोपाल के आठ स्कूलों के विद्यार्थी

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने समत्व भवन में परीक्षा पे चर्चा के लिए आए, भोपाल के शासकीय सुभाष उत्कृष्ट उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय, शासकीय सी.एम. राइज हाई स्कूल बर्राई, सी.एम. राइज शासकीय उ.मा.वि. गोविंदपुरा, शासकीय कमला नेहरू कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय टी.टी. नगर, शासकीय सी.एम. राइज़ उच्चतर माध्यमिक विद्यालय निशातपुरा, शासकीय सी.एम. राइज महात्मा गांधी उ.मा.वि. बरखेड़ा, शासकीय उ.मा.वि. बरखेड़ी, शासकीय सरदार पटेल उ.मा. वि. करोंद के विद्यार्थियों से शाला में जारी अध्ययन तथा अन्य व्यवस्थाओं संबंधी जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सी.एम. राइज़ स्कूलों सहित सभी शालाओं में बेहतर गुणवत्ता और व्यवस्था के प्रयास निंरतर जारी हैं।

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने दिया टेक्नोलॉजी फास्टिंग का सुझाव

परीक्षा पे चर्चा में भोपाल के शासकीय सुभाष उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय की कक्षा 12वीं की छात्रा कु. रितिका घोड़के दिल्ली से सम्मिलित हुईं। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री मोदी से प्रश्न किया कि “हम अधिक से अधिक भाषाएँ कैसे सीख सकते हैं?” प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कुमारी रितिका से कहा कि हमें हमारी विरासत पर गर्व होना चाहिए। हमारे देश में संस्कृत और तमिल जैसी विश्व की सबसे अधिक समृद्ध भाषाएँ विद्यमान हैं। अपनी भाषा के अलावा अन्य भाषा सीखने से हम विभिन्न सांस्कृतिक परिवेश से परिचित होते हैं।

परीक्षा पे चर्चा में शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय अहमदाबाद पैलेस कोहेफिजा भोपाल के छात्र दीपेश अहिरवार ने सोशल मीडिया से एकाग्रता में व्यवधान के संबंध में प्रश्न किया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि भारत में युवाओं का बढ़ता स्क्रीन टाईम्स चिंता का विषय है। हमें स्मार्ट फोन का स्मार्ट तरीके से उपयोग सुनिश्चित करना होगा। हमें सचेत रहना होगा कि हम इन तकनीकी साधनों के गुलाम नहीं बनें। इनका उपयोग अपनी आवश्यकता के अनुसार करें, टेक्नोलॉजी फास्टिंग अपनाएँ और घर में नो टेक्नोलॉजी ज़ोन के रूप में ऐसी जगहें विकसित करें जहाँ परिवार के सदस्यों को मोबाइल आदि लाने की अनुमति न हो और परिवार के सदस्यों में परस्पर संवाद को प्रोत्साहित किया जा सके।

 

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