वरिष्ठ पत्रकार जवाहर नागदेव की खरी… खरी…अंधा कानून, भूलन कांदा और मोदी-शाह का जतन, बदल रहे शासन के मायने, बदल रहा है वतन
{दिलचस्प मगर दुखद - मोदी-शाह की जोड़ी देश में न्याय को सुलभ करने के लिये क्या कर रही है,उसकी चर्चा करने से पहले एक बेहद दिलचस्प बात आपको बता दें, जिसे जानकर आपका मन दुख से भर जाएगा कि किस तरह तत्कालीन सत्ताधीश देश को लूटने-खसोटने में लिप्त रहा करते थे।
दरअसल स्व सुषमा स्वराज का संसद में दिया गया एक बयान देखने को मिला जिसमें उन्होंने कहा कि ‘अध्यक्षजी इस देश में एक ही समय में चीनी आयात भी हो रही थी निर्यात भी हो रही थी।
और एक समय तो ऐसा आया, वो दृश्य देखने लायक था कि कांगड़ा बंदरगाह पर दो जहाज खड़े थे एक चीनी लेकर आया था, दूसरा चीनी लेकर जा रहा था। और आप हैरान होंगी, आंकड़े सुनकर हैरान होंगी कि जो चीनी बेची जा रही थी साढ़े बारह रूप्ये किलो से बेची जा रही थी, जो खरीदी जा रही थी 36 रूप्ये किलो से खरीदी जा रही थी।
आदरणीय सुषमा स्वराज के इस वक्तव्य से तत्कालीन सरकार की बेईमान प्रवृति उजागर ह...