Friday, March 24
Advt No D1567/22

Tag: सीधे रस्ते की टेढ़ी चाल

वरिष्ठ पत्रकार जवाहर नागदेव की बेबाक कलम, सीधे रस्ते की टेढ़ी चाल,,,,ये कैसा चक्रव्यूह है भाई 58 वापस अब 76 की डिमाण्ड बताई 58 को लौटाया तो 76 का बिल पास कर दिया
खास खबर, देश-विदेश, लेख-आलेख

वरिष्ठ पत्रकार जवाहर नागदेव की बेबाक कलम, सीधे रस्ते की टेढ़ी चाल,,,,ये कैसा चक्रव्यूह है भाई 58 वापस अब 76 की डिमाण्ड बताई 58 को लौटाया तो 76 का बिल पास कर दिया

जवाहर नागदेव, वरिष्ठ पत्रकार,लेखक,चिंतक,विश्लेषक           mo 9522170700 सीधे रस्ते की टेढ़ी चाल                            ये कैसा चक्रव्यूह है भाई 58 वापस अब 76 की डिमाण्ड बताई 58 को लौटाया तो 76 का बिल पास कर दिया। ये कैसा आश्चर्यजनक मामला है। एक बार सरकार ने आरक्षण को 58 प्रतिशत कर दिया था तो कोर्ट ने उसे नकार दिया था। क्योंकि 50 प्रतिशत से अधिक नहीं होना चाहिये ये संविधान में स्पष्ट लिखा है। ऐसी स्थिति में सरकार 76 प्रतिशत कर दे तो क्या संविधान विरूद्ध नहीं होगा और क्या ऐसे में कोर्ट फिर से रिजेक्ट नही ंकर देगी ? सरकार ने विपक्ष सहित एक सुर में आरक्षण को 76 का आंकड़ा टच करा दिया। यानि कांग्रेस और भाजपा खुद को इस वर्ग का हितैषी बताते हुए इस बात पर एक मत हो गये और बिल पास कर दिया। जब ये बिल राज्यपाल के पास गया तो उन्होंने रोक लगा दी और राष्ट्रपति के पास भेज दिया। इस रोक के लिये कांग्रे...
वरिष्ठ पत्रकार जवाहर नागदेव की बेबाक कलम ,,,  सीधे रस्ते की टेढ़ी चाल ,,मोदी का नाम या भूपेश का काम ,,,नये होंगे मैदान में, पुरानों को आराम
खास खबर, देश-विदेश, लेख-आलेख

वरिष्ठ पत्रकार जवाहर नागदेव की बेबाक कलम ,,, सीधे रस्ते की टेढ़ी चाल ,,मोदी का नाम या भूपेश का काम ,,,नये होंगे मैदान में, पुरानों को आराम

                @ जवाहर नागदेव                                     वरिष्ठ पत्रकार,चिंतक,लेखक, विश्लेषक   कुछ ही दिन पहले जब स्मृति ईरानी प्रदेश में आई थीं तो उनके साथ जीप में सरोज पाण्डे को जगह नहीं दी गयी थी। ऐसा जानबूझकर किया गया। ऐसी अनेक बातें हैं जो परिवर्तन की ओर इशारा करती हैं। तो अगर गुजरात फार्मूला छत्तीसगढ़ में भी लागू किया गया तो क्या होगा, ये चिन्ता भाजपा के नेताओं को खाए जा रही है। हालांकि सभी ने अपने मन को मजबूत कर लिया है लेकिन फिर भी दिल है कि मानता नहीं। इससे पहले भी भाजपा की प्रदेश प्रभारी पुरंदेश्वरी जब यहां पर आती थीं तो अपने साथ पुराने चेहरों के ले जाने से परहेज करती थीं। उन्होंने जाहिर कर दिया था कि अब पुरानी परिपाटी पे भाजपा नहीं चलेगी। किसी एक का अधिकार नहीं होगा। परिवर्तन होगा। और अब गुजरात ने इस बात पर सील लगा दी। गुजरात में चूनाव से चौदह महीने पहले मुख्...