वरिष्ठ पत्रकार जवाहर नागदेव की बेबाक कलम टेक इट ईज़ी अध्यक्ष खड़गे न खड़का सके पत्ता जमी थीं जड़ें जहां,वहां से भी गयी सत्ता राहुल उलटी दौड़ क्यों जारी है सच पर चम्मच क्यांे भारी है
बदनियत पड़ोसी की लाईट जलाते हैं मोदीजी
मैं बहुत दयालु और उदार और मानवीय आदमी हूं। नहीं ... नहीं.... आदमी नहीं इंसान हूं। यानि इंसानियत है। बिल्कुल मोदीजी की तरह। ऐसे देश जो हमेशा भारत के खिलाफ बोलते रहते हैं, जिनकी गतिविधियां पूरे विश्व में हमारे खिलाफ होती हैं, वक्त आने पर मोदीजी उनकी मदद करते हैं। किसी दुश्मन के यहां भूकम्प आ जाए तो मोदीजी मदद करते हैं। हमेशा चिड़चिड़ाने वाले पड़ोसी के घर अगर बिजली चली जाए तो अपने घर से तार खींचकर लाईट देने को आतुर रहते हैं।
हां तो बस इंसानियत से लवरेज मैं एक ऐसे शख्स के बारे में अच्छा सोच रहा हूं, उसकी चिन्ता कर रहा हूं जिसे कुछ खास पसंद नहीं करता बल्कि हिंदुओं को ठगने, हिंदुओं को कुचलने का प्रयास करने के लिये, भारत माता का अहित करने के लिये, इंसानी जज़्बातों को नेस्तनाबूत करने के लिये मै जिससे नाखुश भी रहता हूं। कांग्रेस के वरिष्ठ लीडर राहुल गांधी ...