Sunday, March 26
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Tag: Senior Journalist Jawahar Nagdev’s fearless pen

वरिष्ठ पत्रकार जवाहर नागदेव की बेबाक कलम टेक इट ईज़ी अध्यक्ष खड़गे न खड़का सके पत्ता जमी थीं जड़ें जहां,वहां से भी गयी सत्ता राहुल उलटी दौड़ क्यों जारी है सच पर चम्मच क्यांे भारी है
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वरिष्ठ पत्रकार जवाहर नागदेव की बेबाक कलम टेक इट ईज़ी अध्यक्ष खड़गे न खड़का सके पत्ता जमी थीं जड़ें जहां,वहां से भी गयी सत्ता राहुल उलटी दौड़ क्यों जारी है सच पर चम्मच क्यांे भारी है

बदनियत पड़ोसी की लाईट जलाते हैं मोदीजी मैं बहुत दयालु और उदार और मानवीय आदमी हूं। नहीं ... नहीं.... आदमी नहीं इंसान हूं। यानि इंसानियत है। बिल्कुल मोदीजी की तरह। ऐसे देश जो हमेशा भारत के खिलाफ बोलते रहते हैं, जिनकी गतिविधियां पूरे विश्व में हमारे खिलाफ होती हैं, वक्त आने पर मोदीजी उनकी मदद करते हैं। किसी दुश्मन के यहां भूकम्प आ जाए तो मोदीजी मदद करते हैं। हमेशा चिड़चिड़ाने वाले पड़ोसी के घर अगर बिजली चली जाए तो अपने घर से तार खींचकर लाईट देने को आतुर रहते हैं। हां तो बस इंसानियत से लवरेज मैं एक ऐसे शख्स के बारे में अच्छा सोच रहा हूं, उसकी चिन्ता कर रहा हूं जिसे कुछ खास पसंद नहीं करता बल्कि हिंदुओं को ठगने, हिंदुओं को कुचलने का प्रयास करने के लिये, भारत माता का अहित करने के लिये, इंसानी जज़्बातों को नेस्तनाबूत करने के लिये मै जिससे नाखुश भी रहता हूं। कांग्रेस के वरिष्ठ लीडर राहुल गांधी ...
वरिष्ठ पत्रकार जवाहर नागदेव की बेबाक कलम सीधे रस्ते की टेढ़ी चाल मार भी खाएंगे अपमान भी कराएंगे आॅटोवाले को अगर नियम सिखाएंगे
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वरिष्ठ पत्रकार जवाहर नागदेव की बेबाक कलम सीधे रस्ते की टेढ़ी चाल मार भी खाएंगे अपमान भी कराएंगे आॅटोवाले को अगर नियम सिखाएंगे

दिल रो पड़ेगा आपका कांकेर में एक आॅटो के एक्सीडेन्ट का सुनकर। जिसमें 7 छोटे स्कूली बच्चे काल के गाल में समा गये। वे बेचारे मासूम एक आॅटो वाले की बेवकूफी भरी दादागिरी के शिकार हो गये। ऐसा क्यों कह रहा हूं, ये भी समझिये। रायपुर तो प्रदेश की राजधानी है। पूरा प्रशासन यहां पर है। मंत्री विधायकों का डेरा यहीं रहता है। फिर भी कभी सड़क पर आपको कट मारकर कोई आॅटो वाला आगे निकल जाए और उसके कट मारने से आप गिरते-गिरते बचें और अगर आप बुजुर्ग हैं और आपका ब्लडप्रेशर हाई हो जाए। आपके साथ आपकी पत्नी, बेटी या छोटा बच्चा हो, और.... अगर आपने उस आॅटो वाले को कुछ कह दिया, कोई नसीहत दे डाली तो यकीन मानिये वो न सिर्फ आपको सड़क पर जलील कर देगा बल्कि ज्यादा बहस करने पर आपके परिजनों के सामने ही मारने मे भी गुरेज नहीं करेगा। इनको कोई लिहाज नहीं, कोई मुरव्वत नहीं , कोई संस्कार नहीं, कोई रहम नहीं। साथ ही इनको उपर वाले भगव...
वरिष्ठ पत्रकार जवाहर नागदेव की बेबाक कलम सीधे रस्ते की टेढ़ी चाल बड़े भाई को छोटे भाई की चिन्ता करनी ही चाहिये – टीएस सिंहदेव, देना है अब नया संदेश, सिंधिया से सजेगा मध्यप्रदेश
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वरिष्ठ पत्रकार जवाहर नागदेव की बेबाक कलम सीधे रस्ते की टेढ़ी चाल बड़े भाई को छोटे भाई की चिन्ता करनी ही चाहिये – टीएस सिंहदेव, देना है अब नया संदेश, सिंधिया से सजेगा मध्यप्रदेश

जवाहर नागदेव, वरिष्ठ पत्रकार, लेखक, चिन्तक, विश्लेषक Mo. 9522170700 वन्देमातरम् { जरा ईधर भी ध्यान दीजिये... ‘जब भी जी चाहे नयी दुनिया बसा लेते हैं लोग, एक चेहरे पे कई चेहरे लगा लेते हैं लोग’ फिल्म दाग का ये गीत एक कड़वी सच्चाई है जो हम लोग हर रोज हर जगह चरितार्थ होता दिखता है। जहां ऐसे अनुभव आपको देखने को मिलते हैं वही पर ऐसे मामले भी दिखते हैं जिनमें संबंधों को सर्वाधिक महत्व दिया जा रहा है। निस्संदेह ऐसे मामले विरले हैं और लाखों में कोई एक ऐसा दृश्य दिखता है। तारक मेहता का उल्टा चश्मा में चर्चित चरित्र सुंदर पर  उसके जीजा जेठालाल द्वारा मोबाईल चोरी का आरोप लगाए जाने पर उसकी पत्नी दया कहती है कि ‘यदि सुंदर चोर साबित होगा तो मैं सुंदर से रिश्ता तोड़ दूंगी और अगर वो पाक-साफ निकला तो मैं आपसे यानि जेठालाल से नाता तोड़ दूंगी। ऐसी स्थिति में सुंदर ये सोचता है कि अगर वो चोर साबित नहीं ...
वरिष्ठ पत्रकार जवाहर नागदेव की बेबाक कलम, सीधे रस्ते की टेढ़ी चाल,,,,ये कैसा चक्रव्यूह है भाई 58 वापस अब 76 की डिमाण्ड बताई 58 को लौटाया तो 76 का बिल पास कर दिया
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वरिष्ठ पत्रकार जवाहर नागदेव की बेबाक कलम, सीधे रस्ते की टेढ़ी चाल,,,,ये कैसा चक्रव्यूह है भाई 58 वापस अब 76 की डिमाण्ड बताई 58 को लौटाया तो 76 का बिल पास कर दिया

जवाहर नागदेव, वरिष्ठ पत्रकार,लेखक,चिंतक,विश्लेषक           mo 9522170700 सीधे रस्ते की टेढ़ी चाल                            ये कैसा चक्रव्यूह है भाई 58 वापस अब 76 की डिमाण्ड बताई 58 को लौटाया तो 76 का बिल पास कर दिया। ये कैसा आश्चर्यजनक मामला है। एक बार सरकार ने आरक्षण को 58 प्रतिशत कर दिया था तो कोर्ट ने उसे नकार दिया था। क्योंकि 50 प्रतिशत से अधिक नहीं होना चाहिये ये संविधान में स्पष्ट लिखा है। ऐसी स्थिति में सरकार 76 प्रतिशत कर दे तो क्या संविधान विरूद्ध नहीं होगा और क्या ऐसे में कोर्ट फिर से रिजेक्ट नही ंकर देगी ? सरकार ने विपक्ष सहित एक सुर में आरक्षण को 76 का आंकड़ा टच करा दिया। यानि कांग्रेस और भाजपा खुद को इस वर्ग का हितैषी बताते हुए इस बात पर एक मत हो गये और बिल पास कर दिया। जब ये बिल राज्यपाल के पास गया तो उन्होंने रोक लगा दी और राष्ट्रपति के पास भेज दिया। इस रोक के लिये कांग्रे...
वरिष्ठ पत्रकार जवाहर नागदेव की बेबाक कलम ,सीधे रस्ते की टेढ़ी चाल ,,, सरकारी लोग बेहिसाब ‘खाते’ हैं नेता उन्हें ट्रांसफर से बचाते हैं बेईमानो ने ओढ़ी राजनीति की चादर है पाल रखा सबने एक-एक गॉड फादर है
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वरिष्ठ पत्रकार जवाहर नागदेव की बेबाक कलम ,सीधे रस्ते की टेढ़ी चाल ,,, सरकारी लोग बेहिसाब ‘खाते’ हैं नेता उन्हें ट्रांसफर से बचाते हैं बेईमानो ने ओढ़ी राजनीति की चादर है पाल रखा सबने एक-एक गॉड फादर है

0 जवाहर नागदेव                                       सरकारी लोग बेहिसाब ‘खाते’ हैं नेता उन्हें ट्रांसफर से बचाते हैं बेईमानांे ने ओढ़ी राजनीति की चादर है पाल रखा सबने एक-एक गॉड फादर है आज विजय दिवस है। बात की शुरूआत करेंगे आज के दिन 16 दिसंबर से। 1971 मेें आज ही के दिन पाकिस्तान के 93 हजार सैनिकों ने भारतीय सेना के सामने आत्मसमर्पण करके अपनी जान बचाई थी। भारत से करारी मात खाकर पूर्वी पाकिस्तान अलग हुआ और बांग्ला देश बना। तब से विजय दिवस के रूप् में ये दिन मनाया जाता है। कदाचित् सीधे युद्ध में बार-बार पराजित होने की चिढ़ ही है कि पाकिस्तान आतंकवाद के रूप में हमसे उलझता रहा है और खुशी की बात ये है कि पिछले कुछ सालों में हमने उसके हर मोर्चे का मुंहतोड़ जवाब दिया है जिससे उसकी छाती फटी पड़ी है। जयहिन्द। -डर न कोर्ट का न भगवान का देश मे माहौल खराब करने में सरकारी नेता और सरकारी अधिक...
वरिष्ठ पत्रकार जवाहर नागदेव की बेबाक कलम ,,सीधे रास्ते की टेढ़ी चाल,,भाजपा ‘आप’ से करने लगी नैन-मटक्का ईधर कांग्रेस रह गयी हक्का-बक्का लड़ी तो कांग्रेस भाजपा से, पर ‘आप’ ने दे दिया धक्का
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वरिष्ठ पत्रकार जवाहर नागदेव की बेबाक कलम ,,सीधे रास्ते की टेढ़ी चाल,,भाजपा ‘आप’ से करने लगी नैन-मटक्का ईधर कांग्रेस रह गयी हक्का-बक्का लड़ी तो कांग्रेस भाजपा से, पर ‘आप’ ने दे दिया धक्का

 0 जवाहर नागदेव वरिष्ठ पत्रकार ,लेखक,चिंतक भाजपा ‘आप’ से करने लगी नैन-मटक्का ईधर कांग्रेस रह गयी हक्का-बक्का लड़ी तो कांग्रेस भाजपा से, पर ‘आप’ ने दे दिया धक्का अपने धुरंधर फेंकने में बहुत बेहतर हैं। आप कहेंगे कि आपके पिताजी ने जलती बिल्डिंग की दूसरी मंजिल से छलांग लगाकर बच्चे की जान बचाई तो वो जरूर कहंेगे कि इसमें क्या खास बात है, मेरे पिताजी ने तो पांचवीं मंजिल से कूदी लगाई, फिर उपर गये और फिर से कूदी लगाई और एक बार में चार-चार बच्चों को लेकर कूदे। अगर आप चिढ़कर कहेंगे कि एक बार मैने एक व्यक्ति को स्कूटर से ठोकर मारी तो उसने मुझे चप्पल से मारा तो धुरंधर कहेंगे ‘इसमें क्या खास बात है। मैने एक आदमी को साईकिल ठोक दी तो गांव वालों ने मुझे एक घंटे तक जूते-चप्पलों से मारा।’ गुजरात चुनाव नतीजे आते ही धुरंधर बोले कि ‘चुनाव के तुरंत बाद केजरीवाल ने मोदीजी को फोन किया और बोले ‘भाईसाहब, ठीक र...