वरिष्ठ पत्रकार चंद्र शेखर शर्मा की बात बेबाक,, रुकता नही तमाशा, रहता है खेल जारी । उस पे ये कमाल , दिखता नही मदारी ।।
बात बेबाक
कुर्सीनामा भाग - 4
चंद्र शेखर शर्मा (पत्रकार)9425522015
रुकता नही तमाशा, रहता है खेल जारी ।
उस पे ये कमाल , दिखता नही मदारी ।।
देश प्रदेश के राजनैतिक गलियारों की विडम्बना है कि कुर्सी की चाहत में अपने भी बेगाने हो जाते है । दलबदल फैशन हो चला है । सत्ता की मालाई का रसास्वादन के आदी मतलब परस्त नेताओ में हृदयपरिवर्तन की बयार अक्सर दिखती रहती है । कुछ मतलब परस्त खद्दरधारी अपने फायदे के लिए गमछा और झंडे का रंग बड़ी बेशर्मी से बदल लेते है , कुछ शाररिक रूप से गमछा लटकाए झंडे के नीचे रहते है किंतु मन और कमाई की लार टपकाती आत्मा से किसी और पार्टी के गमछे और झंडे में रमे रहते है । ताकि सत्ता की मालाई का रस्सास्वादन बेरोकटोक होता रहे। भाजपा के राज में भाजपा और कांग्रेस के राज में कांग्रेस से चिपकने की कला वाले नेताओं की कमी कबीरधाम की राजनीति में कभी नही रही। जिले की राजनीति में...