‘टोकन तुंहर हाथ’ मोबाइल एप के माध्यम से अब घर बैठे किसानों को मिलेगी ऑनलाईन टोकन की सुविधा

समर्थन मूल्य पर धान बेचने वाले किसानों को टोकन के लिए संबंधित समिति या उपार्जन केन्द्र में जाने की नहीं होगी आवश्यकता
एप के जरिए पंजीकृत किसान धान विक्रय हेतु घर बैठे ऑनलाइन टोकन प्राप्त कर सकेंगे
ऑनलाइन सुविधा के साथ समिति तथा उपार्जन केन्द्रों से पूर्व की भांति किसानों को ऑफलाइन टोकन भी जारी किए जाएंगे
सारंगढ़-बिलाईगढ़, 29 अक्टूबर 2022/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल पर अब समर्थन मूल्य पर धान बेचने वाले किसानों को धान विक्रय के लिए घर बैठे ऑनलाइन टोकन प्राप्त करने की सुविधा मिलेगी। मुख्यमंत्री के निर्देश पर पंजीकृत किसान को धान विक्रय हेतु टोकन जारी करने की प्रक्रिया के सरलीकरण एवं सुव्यवस्थित प्रबंधन के उद्देश्य से एन.आई.सी.द्वारा एन्ड्रॉयड एप ‘टोकन तुंहर हाथ’ विकसित किया गया है।
‘टोकन तुंहर हाथ’ एप की सहायता से प्रत्येक पंजीकृत किसान संबंधित उपार्जन केन्द्र में स्वयं के द्वारा निर्धारित तिथि में धान विक्रय हेतु टोकन प्राप्त कर सकेंगे। इस एप द्वारा किसान को समिति द्वारा दर्ज किसान की जानकारी पंजीकृत रकबा, बैंक खाता, टोकन एवं धान खरीदी आदि की सभी नवीनतम जानकारियां प्राप्त होंगी। इस एप के उपयोग से पंजीकृत किसानों द्वारा संबंधित समिति उपार्जन या उपार्जन केन्द्रों में आगामी 7 दिवस तक टोकन प्राप्त किया जा सकता है। एप के माध्यम से संबंधित समिति या उपार्जन केन्द्र में प्रत्येक दिन की खरीदी क्षमता के 30 प्रतिशत की सीमा तक ऑनलाइन टोकन प्राप्त किया जा सकेगा। उक्त सीमा में भी सीमांत, लघु व दीर्घ कृषकों को उनकी पंजीकृत संख्या के अनुपात में टोकन हेतु समान अवसर उपलब्ध होगा।
संबंधित समिति उपार्जन केन्द्र में शेष 70 प्रतिशत खरीदी क्षमता की मात्रा ऑफलाइन टोकन हेतु उपलब्ध रहेंगी। ताकि जो किसान एप के माध्यम से टोकन प्राप्त करने में असुविधा महसूस करते हैं। उन्हें पूर्व वर्षों की भांति समिति मॉड्यूल से टोकन प्राप्त हो सके। एप के माध्यम से टोकन जारी करने की व्यवस्था पूर्व वर्षों में समिति माड्यूल से टोकन जारी करने की व्यवस्था करने की प्रक्रिया के अलावा अतिरिक्त रूप से की जा रही है। इस प्रकार कृषकों को ऑनलाइन एवं ऑफलाईन दोनों माध्यमों से टोकन प्राप्त हो सकेगा। उक्त एप के उपयोग से समिति/उपार्जन केन्द्रों में टोकन प्राप्त करने हेतु किसानों की भीड़ में कमी आएगी। किसानों को घर बैठे धान बेचने हेतु टोकन प्राप्त हो सकेगा, उन्हें समिति, उपार्जन केन्द्रों में जाने की आवश्यकता नहीं होगी। किसानों को अपनी पंजीयन संबंधित जानकारी जैसे व्यक्तिगत, भूमिगत/खाता/ धान खरीदी एवं भुगतान की जानकारी भी सुगमता से प्राप्त हो सकेगी।

Related Posts

मुख्यमंत्री ने अमर शहीद हेमू कालाणी के बलिदान को किया नमन

रायपुर 20 जनवरी 2025/ मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अमर बलिदानी हेमू कालाणी की 21 जनवरी को उनके बलिदान दिवस पर नमन किया है। श्री…

विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने की राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात, विधानसभा में प्रबोधन के लिए दिया न्योता

  0 अप्रैल 2025 के प्रथम सप्ताह में महामहिम पहुँचेंगी छत्तीसगढ़ विधानसभा, राष्ट्रपति ने छत्तीसगढ़ आने का न्यौता किया स्वीकार नई दिल्ली :छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह जी ने…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *