Thursday, March 28

संभागायुक्त  कावरे द्वारा रबी हेतु खाद-बीज एवं गोधन न्याय योजना की की गई समीक्षा

दुर्ग 31 अक्टूबर 2022/संभागायुक्त कार्यालय में संभागायुक्त महादेव कावरे द्वारा 01 नवम्बर से प्रारंभ हो रहे धान खरीदी के संबंध में तैयारी एवं बारदाने की उपलब्धता, संग्रहण केन्द्रो में तैयारी, परिवहन, मिलर्स के पंजीयन, कृषको के पंजीयन, रकबा संशोधन, फसल कटाई प्रयोग, गोधन न्याय योजना में गोबर विक्रेताओं को भुगतान स्व सहायता समूह को लाभांश वितरण, गोठान समितियो के लंबित भुगतान एवं रबी, खादबीज की उपलब्धता भंडारण वितरण के विषय पर समीक्षा की गई।
बैठक में संयुक्त संचालक कृषि श्री आर.के. राठौर, श्री सी.पी.दीपांकर खाद्य नियंत्रक, श्री आशुतोष डडसेना सहायक पंजीयक सहकारिता, श्रीमती अपेक्षा व्यास मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक, श्री आकाश राही जिला प्रबंधक मार्कफेड, श्री भौमिक बघेल डीएमओ दुर्ग उपस्थित थे।
डीएमओ, दुर्ग द्वारा अवगत कराया गया कि संभाग के कुल 591 उपार्जन केन्द्रो में वर्तमान में बारदानों की पर्याप्त व्यवस्था है, अधिकांश समितियों में बारदाने उपलब्ध कराए जा चुके है। उन्होने यह बताया कि धान खरीदी के पूर्व जिले के समस्त समितियों में बारदाने उपलब्ध करा दिए जाऐंगे। परिवहनकर्ताओं से अनुबंध कराने की कार्यवाही पूर्ण करा ली गई है।
खाद्य विभाग के अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि 40 मिलरो के आवेदन पंजीयन हेतु प्राप्त हो चुके जिसका परीक्षण उपरांत 17 मिलर्स का पंजीयन जारी कर दिया गया है। शेष मिलरो का सत्यापन कार्य जारी है जिसे आगामी सप्ताह तक पूर्ण करा लिया जावेगा। रबी हेतु खाद के बारे में बताया गया कि वर्तमान में 3000 मि. टन यूरिया और 800 मि.टन डी.ए.पी. एवं 350 मि.टन एसएसपी एवं 300 मि.टन पोटाश उपलब्ध है समिति के मांग के अनुसार उपलब्ध कराया जा रहा है। बीज का भी भंडारण प्रारंभ हो चुका है जिले में पर्याप्त मात्रा में बीज उपलब्ध है आवश्यकतानुसार अन्य जिलो एवं राज्य के बाहर से भी बीज की व्यवस्था कर ली जावेगी।
श्री कावरे ने फसल कटाई प्रयोग हेतु राजस्व विभाग एवं कृषि विभाग के माध्यम से नियमतः सम्पन्न किए जाने के निर्देश दिए एवं अधिकारियों से कहा कि इस पर सतत् निगरानी रखे व पर्याप्त प्रचार-प्रसार किए जाने के निर्देश दिए।
गोधन न्याय योजना के तहत गोबर विक्रेता एवं स्व-सहायता समूह को लाभांश वितरण की समीक्षा के दौरान निर्देशित किया गया कि संबंधितो को पूर्ण भुगतान हो जावे। जिन गोबर विक्रेताओं का भुगतान आईएफएससी कोड या बैंक अकाउंट गलत होने के कारण भुगतान शेष रह जाता है ऐसे कृषको की सूची तत्काल उपलब्ध कराई जावे जिससे उनके खाते में सुधार की कार्यवाही पूर्ण कराई जा सके। स्व सहायता समूह को भी 15 दिवस के भीतर लाभांश की राशि उनके खाते में अंतरित की जावे। लंबित भुगतान शीघ्र करने के निर्देश दिए गए। संयुक्त संचालक कृषि श्री आर.के. राठौर द्वारा बताया गया कि संभाग में कुल 2455625 क्विंटल गोबर खरीदी की गई है एवं 674845 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन किया गया है, जिसमें से कुल 537851 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट का विक्रय किया जा चुका है।
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