अब स्वच्छ संसद (व्यंग्य : राजेन्द्र शर्मा)
विपक्ष वाले भी गजब करते हैं। राहुल गांधी को जरा-सा संसद से बाहर क्या कर दिया गया, लगे और जोर-जोर से डैमोक्रेसी का मर्सिया पढऩे। उस पर इसका स्मार्ट उलाहना और कि राहुल गांधी ने जो-जो लंदन में कहा था, मोदी जी का राज वही-वही जम्बू द्वीपे, भारत खंडे में कर के दिखा रहा है। माइक बंद करने की बात कही, तो पूरी लोकसभा को ही म्यूट कर के दिखा दिया। मोदाणी पर बोलने नहीं देने की बात कही तो, संसद से बाहर ही करा दिया। अरे भाई संसद से बाहर ही तो किया है, जेल के अंदर तो नहीं किया है। मोदी जी को थैंक्यू नहीं देना है, तो न दो, पर कम से कम डैमोक्रेसी की मम्मी जी की बदनामी तो मत करो। वर्ना फिर मत कहना कि डैमोक्रेसी की मम्मी जी की मानहानि के लिए जेल कैसे हो गयी!
और हां! बाकी विपक्ष वालेे भी सुन लें, जो भी राहुल की तरह, डैमोक्रेसी की मम्मी की बदनामी करता पाया जाएगा, राहुल को तो फिर भी तीस दिन की मोहलत मिल गयी, ...