Thursday, April 18

अकबर का बीमार जिला अस्पताल अस्पताल


चंद्र शेखर शर्माा की विशेष रिपोर्ट            0 ऐसा कैसा कायाकल्प की लाखों के समान फेंक दिए गए कबाड़ में ?
0 नई सामग्रियों को कबाड़ में फेंक नेशनल क्वालिटी एन्ड इंसयोरेन्श प्रमाण पत्र किये हासिल ?
0 स्टोर प्रभारी की लापरवाही पड़ रही जिला हॉस्पिटल पर भारी
0 हज़ारों रुपये प्रतिमाह हॉस्पिटल कंसल्टेंट तनख्वाह के रूप में देने के बाद भी नही सुधर रही व्यवस्था
0 बिना उपयोग व सील खोले ही कबाड़ बनाने नए उपकरण फेक दिए गए छत में
0 समानों की उपलब्धता के बावजूद खरीद रहे नए उपकरण व सामान
0 मंत्री की कोशिशों पर फेर रहे लापरवाह पानी

चंद्र शेखर शर्माा की विशेष रिपोर्ट
कवर्धा- भाजपा सरकार में घपलों घोटालों व अव्यवस्थाओं को लेकर चर्चित रहे 100 बिस्तर जिला अस्पताल की हालत कांग्रेस की सरकार आने और दबंग नेता मो. अकबर के मंत्री बनने पर सुधरने की उम्मीद थी मंत्री अकबर भी मेडिकल कालेज खुलने की सम्भावनाओ के चलते बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने जी जान से व्यवस्था सुधारने भिड़े है किंतु संवेदनशील मंत्री के लाख प्रयासों के बावजूद जिला हास्पिटल की हालत हॉस्पिटल प्रबंधन की लापरवाही व अनदेखी के चलते बद से बदतर होती जा रही है ।
एक ओर जिले के कई उपस्वास्थ्य केंद्र मूलभूत सामग्रियों के लिए जूझ रहे है वही जिला अस्पताल के जिमेदारो ने उच्चाधिकारियों और नेताओं की आंखों में धूल झोंक अपने आकाओं को खुश करने और नई खरीदी में कमीशन पाने की चाहत व इनाम के लालच में कागजी घोड़े दौड़ा लाखों के मशीन और उपकरणो को स्टोर से निकाल कर छत में सड़ने व कबाड़ बनाने फेंक दिया । जिससे कई उपस्वास्थ्य केंद्रों की कमियों को पूरा किया जा सकता था ।
प्राप्त जनकारिनुसार नेशनल क्वालिटी एन्ड इंसयोरेन्श प्रमाण पत्र और कायाकल्प का पुरष्कार प्राप्त करने जिला हॉस्पिटल प्रबंधन ने हॉस्पिटल के कीमती मशीनों , सामग्रियों को स्टोर से निकाल कर छत में फेंक दिया और प्रमाण पत्र मिलने के बाद छत में पड़ी सामग्रियों को भूल बैठे जिसके चलते छत में पड़ी पड़ी कीमती सामग्री धूप बरसात पानी में पड़े पड़े जंग लग कर कबाड़ में तब्दील हो गई है । सीएमएचओ सुजॉय मुखर्जी से वर्सन लेने के दौरान मामला संज्ञान में आते ही पहले वे जिला हॉस्पिटल की छत पर जा कर निरीक्षण किये नए सामानों को कबाड़ के साथ देख स्टोर प्रभारी को जमकर फटकार लगाई । कहने को जिला हॉस्पिटल में हज़ारों रुपये प्रतिमाह की तनख्वाह में हॉस्पिटल कंसल्टेंट है फिर भी कीमती मशीनों व सामग्रियों का कबाड़ में फेंका जाना अनेको सन्देह को जन्म दे रहा । ज्ञातव्य हो कि जिला हॉस्पिटल के छत के निरीक्षण और फ़ोटो खींचने के दौरान कई मंहगे उपकरण , सामग्री व कैमिकल नए के नए सीलबंद हालात में सड़ने फेंक दिए गए है जिससे सरकार को नई खरीदी के रूप में लाखों की क्षति के अनुमान जानकार लगा रहे है । ज्ञातव्य हो कि छत में पड़ी सामग्रियों में नए नए व उपयोग के लायक पलंग , बेड साइड टेबल , मेडिसिन ट्रॉली , लेबर टेबल , बेसिन स्टैंड , वाटर बॉयलर , 18 से 20 हजार में मिलने वाले फाउलर बेड , वेइंग मशीन , नवजात शिशुओ को रखने की 35 से 40 हजार की फोटोथेरेपी यूनिट , सिकलिंग के मरीजों के इलेक्ट्रोफोरोसिस जांच के कैमिकल , यूरिन पॉट , स्टूल पॉट , आई व्ही सेट , मोतियाबिंद के मरीजों को ऑपरेशन के बाद दिए जाने वाला चश्मा , बेड साइड थ्री व्हील स्क्रीन या पर्दा , ड्रेसिंग किट , ओटी किट बिखरे पड़े है । सीएमएचओ के दौरे और पत्रकार द्वारा मामले को उजागर करने व फोटो खींचने के बाद जागा अस्पताल प्रबंधन मामले को दबाने प्रयासरत है ।
कहने को 100 बिस्तरिय जिला हॉस्पिटल की व्यवस्था सुधारने मंत्री भले ही डाक्टरो की पदस्थापना करवा रहे , डायलिसिस यूनिट चालू करवा रहे किन्तु लापरवाही मनमानी की लाइलाज बिमारी से ग्रसित जिला हॉस्पिटल को ऑपरेशन की जरूरत है । यहा की अव्यवस्था और प्रभारियों की मनमानी के चलते जिला प्रशासन तक हताश हो चला है । समय रहते दबंग मंत्री ने बीमार जिला हॉस्पिटल का सही व समुचित ऑपरेशन नही किया तो जिले के मरीजों का भगवान ही मालिक है ।

वर्सन :-
(1) मेरे से पहले के सामान है , खराब होने पर फेंके गए है । इससे ज्यादा कुछ नही कह सकता ।
के आर चंद्राकर
स्टोर प्रभारी जिला हॉस्पिटल कवर्धा
(2) मैं अभी नया आया हूं अपना सामान ही नही ला पाया हूं पहले अपना सामान ले आता हूं फिर देख कर कुछ बता पाऊंगा ।
डॉ एम के सूर्यवंशी
सिविल सर्जन जिला हॉस्पिटल कवर्धा
(3) जिला हॉस्पिटल में सिविल सर्जन आ गए है आप उन्ही से वर्सन लीजिए ।
डॉ सुजॉय मुख़र्जी
सीएमएचओ जिला कबीरधाम

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