
रायपुर। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के मीडिया प्रमुख, मध्यप्रदेश पाठ्यपुस्तक निगम के पूर्व अध्यक्ष, पूर्व उपमहापौर तथा वरिष्ठ अधिवक्ता इकबाल अहमद रिजवी ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की जयन्ती 23 जनवरी को कोलकता (पश्चिम बंगाल) में बंगालियों के भावनात्मक दोहन के लिए जा रहे हैं। इससे पहले श्री मोदी जी अपने राजनैतिक जीवन में नेताजी की जयन्ती पर कभी बंगाल नहीं गए। इस वर्ष विधानसभा चुनाव होने वाला है इसलिए ही कोलकता जाने का कार्यक्रम बनाया है। पश्चिम बंगाल की जनता सब जानती है कि कौन सा दल और उसके लोग नेताजी के प्रति कितनी आस्था रखते हैं। श्री नरेन्द्र मोदी एवं भाजपा के नेताओं को चुनाव में ममता बैनर्जी की टी.एम.सी. से पराजित होकर खाली हाथ लौटना तय है। इससे पहले मोदी जी नेताजी को नमन करने कभी कोलकता नहीं गए। भाजपा की मातृ संस्था राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के नागपूर स्थित मुख्यालय में आजादी के 73 साल बाद भी कभी नेताजी की जयन्ती नहीं मनाई गई जो संघ की नेताजी के प्रति लगाव के अभाव का प्रत्यक्ष प्रमाण है।
रिजवी ने कहा है कि संघ परिवार द्वारा देश के राष्ट्रध्वज को 70 साल बाद पहली बार मुख्यालय में फहराया था जो संघ की राष्ट्रद्रोही मानसिकता का परिचायक है। बंगाल में चुनावी वर्ष है केवल इसलिए नेताजी की जयन्ती पर मोदी जी जा रहे हैं परन्तु इससे भाजपा को कुछ हासिल होने वाला नहीं है। बंगाल की जागरूक जनता जानती है कि कौन कितने पानी में है।