लखनऊ,1 अक्टूबर। भारतीय जन संचार संस्थान, (IIMC ) के पूर्व महानिदेशक प्रो.(डा.) संजय द्विवेदी का कहना है कि भारतीय समाज प्रकृति पूजक और पर्यावरण का संरक्षण करने वाला समाज रहा है। विकास के पश्चिमी माडल ने समूचे विश्व के सामने गहरी पर्यावरण चिंताएं उपस्थित कर दी हैं। वे रविवार को यहां बलरामपुर गार्डन,लखनऊ में आयोजित राष्ट्रीय पुस्तक मेला के अंतर्गत विश्व साहित्य सेवा ट्रस्ट और माधवी फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में 'पर्यावरण:चिंतन एवम विमर्श' विषय पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि प्रकृति से संवाद ही सब संकटों का हल है, इसके लिए 'विचारों की घर वापसी' जरूरी है। उन्होंने कहा कि हमारी परंपरा प्रकृति के साथ सहजीवन की रही है, वह राह हम भूल आए हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रेरित स्वच्छता अभियान ...