
जकांछ के मिडिया प्रमुख, मध्यप्रदेश पाठ्यपुस्तक निगम के पूर्व अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता इकबाल अहमद रिजवी ने छत्तीसगढ़ को कांग्रेस एवं भाजपा द्वारा पहले शराबगढ़ और अब वर्तमान कांग्रेस सरकार में अपराधगढ़ की श्रेणी में लाने के लिए भूपेश सरकार को दोषी करार देते हुए कहा है कि आज छत्तीसगढ़ की अस्मिता को कलंकित करने का श्रेय शराब खोरी को देते हुए कहा है कि यदि दो वर्ष पूर्व कांग्रेस अपने चुनाव घोषणा पत्र का पालन करते हुए शराबबंदी लागू कर दी होती तो प्रदेश में अपराध की संख्या में इतना ज्यादा इजाफा कदापि नही हुआ होता। आम चर्चा है कि शराब बंदी का वादा इसलिए भी पूरा नही किया जा रहा है क्योंकि अन्य शराबियों की देखा देखी कांग्रेसियो में भी इस शराब सेवन की बुरी लत ने इतनी ज्यादा पैठ बना ली है कि सरकार सहित कांग्रेसी भी नशाबंदी के विरोध में आ गए है तथा सरकार एंव सत्ताधारियों को सभी बुराईयों की जड़ शराब से निजात पाने के पक्ष में नही है। शराबबंदी की से भारी भरकम आय एवं सेवन से प्राप्त मस्ती के कांग्रेसजन भी आदि हो गए है।
रिजवी ने कहा है कि 15 वर्षो में भाजपा सरकार ने इस असाध्य रोग को बढ़ाने में कोई कोर करस शेष नहीं छोड़ी थी। तथा पिछले 2 वर्षो से कांग्रेस कार्यकाल में शराब ने महामारी का रूप धारण करने कर लिया है शराब खोरी के कारण ही अपराध एंव एक्सीडेन्ट केशेस भारी इजाफा कांग्रेस सरकार की देन है।