रायपुर. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को छत्तीसगढ़ में वरिष्ठ अधिकारियों, कुछ व्यवसायियों और सत्तारूढ़ कांग्रेस के कुछ नेताओं के परिसरों पर छापा मारा. उच्च पदस्थ सूत्रों ने इसकी जानकारी दी. सूत्रों ने बताया कि ईडी ने आज सुबह रायपुर, रायगढ़, महासमुंद, कोरबा समेत अन्य जिलों में छापे की कार्रवाई शुरू की. उन्होंने बताया कि ईडी ने जिन लोगों के परिसरों पर छापा मारा है उनमें एक जिलाधिकारी (कलेक्टर) और सरकार के करीबी कुछ वरिष्ठ अधिकारी, व्यवसायी और कांग्रेस के नेता शामिल हैं.
हालांकि राज्य में छापे की कार्रवाई की प्रवर्तन निदेशालय के किसी अधिकारी ने अभी तक पुष्टि नहीं की है. राज्य में इन छापों पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि यह डराने की कोशिश है और चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आएगा यह और बढ़ेंगे. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम ंिसह यादव के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए सैफई रवाना होने से पहले बघेल ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘भारतीय जनता पार्टी सीधे लड़ नहीं पा रही है इसलिए ईडी, आईटी, डीआरआई के माध्यम से लड़ने की कोशिश कर रही है. मैं पहले ही कह चुका हूं कि यह फिर आएंगे, यह आखिरी नहीं है. चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आएगा इनकी (जांच एजेंसियों) यात्राएं और बढ़ेंगी. यह डराने धमकाने का काम है, इसके अलावा और कुछ नहीं है.’’
बघेल ने कहा, ‘‘यह परेशान करने की कोशिश कर रहे हैं. मैंने पहले भी कहा था कि चिटफंड कंपनी में लोगों के 6,500 करोड़ रुपए डूब गए. उसपर संज्ञान लें. लेकिन उसमें कुछ नहीं करेंगे. यह डराने की कोशिश कर रहे हैं. यह बार—बार आएंगे, लेकिन जनता जान चुकी है कि भाजपा लड़ नहीं पा रही है इसलिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है.’’ वहीं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रमन ंिसह ने आरोप लगाया कि राज्य में भ्रष्टाचार का झंडा गाड़ा जा रहा है और मुख्यमंत्री बघेल कांग्रेस पार्टी तथा पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के लिए एटीएम का काम कर रहे हैं.
भाजपा नेता ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘देश और दुनिया के सामने छत्तीसगढ़ शर्मसार हुआ है. छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार का झंडा गाड़ा जा रहा है. हमने कभी कल्पना नहीं की थी कि 40 अधिकारियों के घरों पर ईडी का छापा पड़ेगा. मैं पहले से कह रहा हूं कि भूपेश बघेल कांग्रेस पार्टी और सोनिया गांधी का एटीएम हैं. राज्य में अवैध वसूली हो रही है. कोयले में अवैध वसूली हो रही है. अब यहां काली कमाई का पोल खुलने लगा है. सच सामने आएगा और सब सामने आएगा.’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह सरकार जाने वाली है. यहां कई हजार करोड़ रुपए का खेल हो रहा है, सभी जानते हैं. सरकार विकास कार्य नहीं कर पा रही है लेकिन वसूली करके असम और उत्तर प्रदेश के चुनावों (विधानसभा) में भेजने के लिए पर्याप्त पैसे हैं.’’ इससे पहले सितंबर में आयकर विभाग ने राज्य में इस्पात और कोयला व्यवसाय से जुड़े व्यवसायियों के परिसरों पर छापा मारा था.
वहीं, इस साल जून-जुलाई में आयकर विभाग ने कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ में कोयला व्यापारी सूर्यकांत तिवारी के परिसरों और मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) में तैनात एक अधिकारी के घर समेत कई जगहों पर तलाशी ली थी. छापेमारी के बाद तिवारी ने दावा किया था कि आयकर विभाग के अधिकारियों ने उनसे कहा था कि अगर वह राज्य सरकार को गिराने के लिए कांग्रेस विधायकों के साथ अपने संबंधों का इस्तेमाल करते हैं तो वह मुख्यमंत्री बन सकते हैं.