धमतरी । राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर आज देश, प्रदेश सहित जिले में भी स्वच्छता की शपथ ली गई। महात्मा गांधी ने जिस भारत का सपना देखा था, उसमें सिर्फ राजनैतिक आजादी नहीं थी, बल्कि एक स्वच्छ एवं विकसित देश की कल्पना भी थी। महात्मा गांधी ने गुलामी की जंजीरों को तोड़कर मां भारती को आजाद कराया। अब हमारा कर्तव्य है कि गंदगी को दूर करके भारत माता की सेवा करें। कलेक्टर सुश्री नम्रता गांधी ने आज कलेक्टोरेट में अधिकारी, कर्मचारियों को स्वच्छता की शपथ दिलाई। शपथ में कहा गया कि मैं शपथ लेती/लेता हुं कि मैं स्वयं स्वच्छता के प्रति सजग रहूंगा और उसके लिए समय दूंगा, हर वर्ष 100 घंटे यानी हर सप्ताह 2 घंटे श्रमदान करके स्वच्छता के इस संकल्प को चरितार्थ करूंगा। मैं ना गंद्रगी करूंगा ना किसी और को करने दूंगा, सबसे पहले मैं स्वयं से, मेरे परिवार से, मेरे मुहल्ले से, मेरे गांव से एवं मेरे कार्यस्थल से शुरूआत करूंगा। मैं यह मानता हूं कि दुनिया के जो भी देश स्वच्छ दिखते हैं, उसका कारण यह है कि वहां के नागरिक गंदगी नहीं करते और न ही होने देते हैं।
इस विचार के साथ मैं गांव-गांव और गली-गली स्वच्छ भारत मिशन का प्रचार करूंगा, मैं आज जो शपथ ले रहा हूं, वह अन्य 100 व्यक्तियों से भी करवाउंगा। वे भी मेरी तरह स्वच्छता के लिए 100 घंटें दें, इसके लिए प्रयास करूंगा। मुझे मालूम है कि स्वच्छता की तरफ बढ़ाया गया, मेरा कदम पूरे भारत देश को स्वच्छ बनाने में मदद करेगा।