
डॉ अनामिका पाल ने इस आदेश को तुगलकी फरमान जैसा तथा शासकीय अधिकारी कर्मचारियों का शोषण बताते हुए कहा शासन के अधिकारी कर्मचारियों को अपने गरिमा का ध्यान रखना चाहिए उनका काम दरी बिछाने का नहीं है, नेता मंत्री के पीछे जी हुजूरी करने का नहीं है बल्कि समाज के गरीब वंचित किसानों के हित में प्रदेश के चहुँमुखी विकास में निरंतर अपना काम सुचारू रूप से करने का है।*
डॉ अनामिका पॉल ने कहा महिला विधायक शकुंतला साहू के द्वारा इस आदेश की जानकारी नहीं होना कहकर अपने जिम्मेदारी से नहीं बच सकती उन्हें अधिकारी कर्मचारियों के शोषण और अपमान के लिए माफी मांगनी चाहिए या दोषियों के विरुद्ध तत्काल कार्यवाही की जानी चाहिए।*