
जकांछ के मिडिया प्रमुख वरिष्ठ अधिवक्ता इकबाल अहमद रिजवी ने मुख्यमंत्री श्भूपेश बघेल एवं विभागीय मंत्री डॉ प्रेम साय सिंह का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा है कि भाजपा शासन काल के तत्कालीन वक्फ बोर्ड अध्यक्ष एवं सी.ई.ओ. के विरूद्ध शासन एवं बोर्ड को करोंडो का चूना लगाया गया है जिसकी शिकायत आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरों में फरवरी 2020 में की गई है। परन्तु खेद था विषय है कि अल्प संख्यक विभाग के सचिव डी॰डी सिंग द्वारा आज प्रकरण की जांच प्रारंभ करने के लिए वांछित सहमति पत्र नहीं भेजा है। इस बीच ई.ओ.डब्लू. द्वारा दो बार रिमाइंडर भी विभाग को भेजे जा चुके है। परन्तु विभागीय सचिव शंकासपद चुप्पी साधे हुए है तथा ई.ओ.डब्लू. की जांच में जानबुझ कर सचिव डी.डी. सिहं विलम्बन का रवैया अपना कर आरोपियों को बचाने का अपराधिक सहयोग प्रदान कर रहें है। वक्फ संपति की अफरा तफरी की जांच हेतु प्रधान मंत्री कार्यालय सेन्ट्रल वक्फ कौंसिल तथा राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने प्रकरण की गंभीरता को देखते हुएदोषियों के खिलाफ शीघ्र जांच करने के लिए राज्य सरकार के मुख्य सचिव सहित विभागीय सचिव को निर्देशित किया गया है