भोपाल. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को भोपाल में केंद्रीय क्षेत्रीय परिषद की बैठक की अध्यक्षता की जिसमें उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों ने ऑनलाइन माध्यम से शिरकत की क्योंकि भारी बारिश के कारण वे मध्यप्रदेश की राजधानी नहीं पहुंच सके.
भारी बरसात के बीच शाह सोमवार को करीब डेढ़ बजे भोपाल पहुंचे. मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा समेत अन्य लोगों ने हवाई अड्डे पर शाह का स्वागत किया. केंद्रीय क्षेत्रीय परिषद में मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड शामिल हैं.
चौहान ने इससे पहले एक बयान जारी कर कहा कि यह एक महत्वपूर्ण बैठक है, जिसमें अनुसूचित जाति/जनजाति, आदिवासी, किसान कल्याण, महिलाओं एवं बच्चों के खिलाफ अपराध, आंतरिक सुरक्षा और आतंकवाद की रोकथाम तथा उग्रवाद पर चर्चा होगी, इससे सभी चार राज्यों को फायदा होगा.
एक अधिकारी ने बताया कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बैठक में शामिल होने के लिये रविवार को यहां पहुंचे. उन्होंने बताया कि उतर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सोमवार को इस बैठक में डिजिटल तरीके से शामिल हुये क्योंकि उनके विमान भारी बारिश के कारण भोपाल हवाई अड्डे पर नहीं उतर सके. स्थापित प्रक्रिया और प्रथा के अनुसार, क्षेत्रीय परिषद की बैठक से पहले परिषद की एक स्थायी समिति होती है जिसमें परिषद के समक्ष रखी जाने वाले मुद्दों पर गौर किया जाता है.
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि नरेंद्र मोदी सरकार देश में सहकारी और प्रतिस्पर्धी संघवाद को मजबूत करने और बढ़ावा देने के लिए अपनी समग्र रणनीति के तहत क्षेत्रीय परिषदों की नियमित रूप से बैठकें करती रही है. देश में पांच क्षेत्रीय परिषद हैं, जिनका गठन 1957 में राज्य पुनर्गठन अधिनियम 1956 की धारा 15-22 के तहत किया गया था. केंद्रीय गृह मंत्री इसके अध्यक्ष होते हैं और बैठक की मेजबानी करने वाले प्रदेश के मुख्यमंत्री इसके उपाध्यक्ष होते हैं.