रायपुर। मदकूद्वीप राष्ट्रीय मेले में मसीहीजनों की भीड़ उमड़ी है। शनिवार को राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष महेंद्र छाबड़ा भी मेले में मुख्य अतिथि होंगे। रविवार को छत्तीसगढ़ डायसिस के बिशप रॉबर्ट अली रविवारीय आराधना में शामिल होंगे। शुक्रवार को मेले में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें प्रदेशभर के कवि जुटे। शनिवार को गीत- संगीत व अन्य प्रतियोगिताएं होंगी।
बैतलपुर के नजदीक शिवनाथ नदी से घिरे टापू में इस बार मेला सात के बजाए चार दिनों का ही रखा गया है। यह 14 फरवरी तक चलेगा। यह मेले का 112 वां वर्ष है। 1909 में प्रथम मेला आयोजित किया गया था। तब से आज तक निर्बाध रूप से 112 वर्षों से निरंतर शासन एवं प्रशासन तथा स्थानीय लोगों के सहयोग से सफलता पूर्वक संचालित होते आ रहा है। इस ऐतिहासिक मेले के धार्मिक स्थल पर देश के ख्याति प्राप्त प्रवचनकर्ता एवं प्रसिद्ध गायकों ने अपनी सेवाएं अर्पित की हैं। इस वर्ष मेले में प्रधानवक्ता दिल्ली के अमेजिंग ग्रेस के पादरी डॉ.अजीत होरो एवं आराधना होरो प्रवचन कर रहे हैं। 13 फरवरी अपरान्ह को गीत-संगीत प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया है। इसमें राज्य के विभिन्न चर्चेस से प्रतियोगी भाग लेकर ईश्वर की महिमा में अपनी प्रतिभाओं को प्रदर्शित करेंगे। मेला समिति के अध्यक्ष रेव्ह. अर्पण तरूण, उपाध्यक्ष एलेक्जेंडर पाॅल, सचिव एए लूका, कोषाध्यक्ष पादरी राकेश प्रकाश, मेला प्रबंधक अभिषेक शावल, सहायक मेला प्रबंधक वीरेंद्र सारथी, बरनार्ड ए. प्रताप, पास्टर मनीष मसीह, कार्यकारिणी सदस्य पास्टर सीके हार्वे, पास्टर शरद लाल, पादरी अनिल चैहान, पास्टर अनुराग नथानिएल, आरके सामुएल, प्रनोब बंशीयार, पास्टर हेमन्त नन्दा, पास्टर निखिल पाॅल, प्रफुल्ल जेम्स, वाय. प्रकाश, पास्टर डी.बी. नंद, स्मिता बक्श, ज्योत्सना पाॅल आदि मेले में शामिल हो रहे हैं।