भाजपा सरकार के कार्यकाल से कांग्रेस की भूपेश सरकार में ज्यादा हमले ,एक तीर से दो शिकार धर्म को मुद्दा बनाकर वोट की राजनीति कर रही कांग्रेस! लेख नितिन लारेंस
धर्मांतरण एक ऐसा मुद्दा जो तब जीवित होता है जब चुनाव नजदीक हो या फिर जब सत्ताधारी पार्टी को अपना स्वार्थ भुनाना हो। इन दोनों ही सूरतों में बलि का बकरा बनाया जाता है एक ऐसे समाज को जिनको अल्पसंख्यक होने का दंश सदियों से झेलना पड़ रहा है। किसी एक धर्म की महत्ता को बार-बार ताक पर रख एक ही समाज पर लांछन लगाना क्या यही धर्मनिरपेक्ष देश की परिभाषा है? क्या हमने ऐसे देश या राज्य की कल्पना की थी जहां वोट बटोरने के लिए एक धर्म को मोहरा बनाकर आपस में लड़ाया जाए। मैं मसीह समाज का होने के बावजूद भी नारायणपुर में पुलिस बल के साथ हुए हिंसा की निंदा करता हूं क्योंकि दोषी चाहे कोई भी हो, किसी भी जाति, धर्म का हो दोषी दोषी होता है। लेकिन धर्मांतरण का जो आग जला कर हाथ सेकने का काम सरकार कर रही है उनके मंसूबे से भी हम अनजान नहीं हैं।
"धर्मो रक्षति रक्षितः" मतलब हर कोई अपने धर्म की रक्षा करना जान...