चूहा..बघवा बना बैठा है,वोट का गंगाजल छिड़क कर फिर से मुसवा बना दो : डॉ.रमन सिंह
कांकेर। भानुप्रतापपुर में उपचुनाव हैं। हल्की ठंड का मौसम प्रदेश के हर शहर में है मगर बस्तर में सियासी गर्मी बढ़ चुकी है। अतरंगी बयानों का दौर शुरू हो चुका है। पूर्व मुख्यमंत्री जनता के बीच भाजपा के प्रत्याशी के लिए वोट मांगने गए थे। यहां मुसवा (चूहा) और बघवा (बाघ) की कहानी सुनाकर वोट मांगा।
दरअसल भानुप्रतापुर में नामांकन दाखिल करने के बाद एक सभा का आयोजन हुआ था। इस सभा में रोचक ढंग से डॉ रमन ने एक किस्सा सुनाकर अपनी बात लोगों के बीच रखी। डॉ रमन ने कहा- मुझे एक किस्सा याद आ रहा है। एक साधु और उसकी चुहिया की कहानी है, आप लोग सुने होंगे। जनता ने मुस्कुराकर डॉ रमन को आगे कहने को कहा।
इसके बाद डॉ रमन ने छत्तीसगढ़ी में किस्सा सुनाया- इसका हिंदी अनुवाद कुछ इस तरह है...एक साधु की कुटिया के पास एक चूहा रहता था। एक दिन वह बाहर घूम रहा था कि एक बिल्ली उसे खाने के लिए आई। वह भागकर साधु के पास गय...