संविधान में लिखे समानता के अधिकार गुरु घासीदास बाबा के शब्दों में होते हैं परिलक्षितरू मुख्यमंत्री
दुर्ग 27 दिसंबर 2022/ग्राम सुरपा बेल्हरी में सतनाम धर्म के प्रणेता संत गुरु घासीदास बाबा की जयंती कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल शामिल हुए । मुख्यमंत्री ने उन्हें समाज में एकता, भाईचारे और समरसता के संदेश के साथ साथ समाज के लोगों को संगठित करने में अपना विशेष योगदान देने वाला बताया। इस अवसर पर उन्होंने गुरु घासीदास बाबा का स्मरण करते हुए जीवन की दिशा सकारात्मक रखने की सलाह दी।उन्होंने देश के संविधान का उदाहरण दिया जिसमें समानता पर बल दिया गया है। उन्होंने कहा कि संविधान में लिखें समानता के अधिकार गुरु घासीदास बाबा के शब्दों में भी परिलक्षित होते थे। उन्होंने पंथी का जिक्र किया, जिसमें लिखे सभी उपदेश छत्तीसगढ़ी में है। उन्होंने कहा कि इससे पता चलता है कि बाबा ने छत्तीसगढ़ में वृहद स्तर पर कार्य किया है और इसके गौरव को भी बढ़ाया है।
इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित जनों को संबोधित क...