Friday, October 11

आयुष्मान कार्ड बनाने के लक्ष्य को जनपद व स्वास्थ्य विभाग आपसी समन्वय से कार्य को करें संपादित- कलेक्टर हरिस एस

समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर ने दिए निर्देश

जगदलपुर । कलेक्टर हरिस एस ने कहा कि सिकलसेल जांच का प्रत्येक विकासखण्ड में हजार व्यक्तियों का जांच का लक्ष्य तयकर काम करने की आवश्यकता है। साथ ही आयुष्मान कार्ड बनाने के लक्ष्य में जनपद व स्वास्थ्य विभाग आपसी समन्वय से कार्य को संपन्न करेंगे। इसके लिए 4 गांव का लक्ष्य निर्धारित कर सेचुरेशन करने की पहल की जाएगी, जिसकी प्रतिदिन रिपोटिंग प्रस्तुत किया जाएगा। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के योजनाओं क्रियान्वयन की समीक्षा करते हुए आरसीएच इंन्ट्री, टीकाकरण की प्रगति लाने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री हरिस मंगलवार को जिला कार्यालय के प्रेरणा सभाकक्ष में समय-सीमा की बैठक लेकर अधिकारियों को निर्देशित किए। बैठक में कलेक्टर ने मुख्यमंत्री जनदर्शन में एक माह से लंबित प्रकरण का समीक्षा कर संबंधित विभाग के अधिकारियों को निराकरण करने के निर्देश दिए। साथ ही पीजी पोर्टल, नियद नेल्लानार योजना के डेशबोर्ड में 37 सेवाओं का पर विभागों द्वारा सर्वे कर जानकारी अपडेट करने के निर्देश दिए। इसके अलावा विगत दिन हुए मुख्य सचिव के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में प्राप्त निर्देशों पर चर्चा कर कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

कलेक्टर ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजनातंर्गत, तीन वर्षो से धान नहीं बेचने वाले कृषकों, सहकारिता विभाग किसान क्रेडिट कार्ड के प्रकरणों का सेक्शन, एनआरएलएम बैंक लिंकेज, डिजिटल आजीविका रजिस्टर, लखपति दीदी पहल, नक्सल प्रभावित या सरेंडर नक्सली को शासकीय योजनाओं की लाभ देने, प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण की प्रगति की समीक्षा, आवास प्लस, मनरेगा अन्तर्गत आंगनबाड़ी भवन और उचित मूल्य की दुकान निर्माण की प्रगति की समीक्षा किया गया। इसके अलावा स्चच्छ भारत मिशन के तहत कार्यो, अन्य पिछड़ा वर्ग परिवारों के सर्वे का जानकारी देने, पीडीएस दूकान में खाद्यान भण्डारण की स्थिति, प्रधानमंत्री आदि आदर्श ग्राम योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, सुकन्या समृद्धि योजना, पीएम विश्वकर्मा योजना के क्रियान्वयन की भी समीक्षा किए।

कलेक्टर ने हर गांव में मत्स्य पालन के लिए पट्टा आबंटन करने की कार्यवाही करने के साथ-साथ गांव की मछुआ समिति, स्व-सहायता समूह, मछली पालक युवाओं को अवसर देने कहा। इसके लिए जनपद स्तर पर मत्स्य पालकों की जानकारी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले में ई.केवाईसी करने के लिए 30 अक्टूबर तक सभी हितग्राहियों का वेरीफाई करवाने के निर्देश दिए। साथ ही बस्तर आदिवासी विकास प्राधिकरण मद के स्वीकृत कार्य की प्रगति का समीक्षा करते हुए प्रगतिरत कार्य को जल्द पूर्ण करवाने कहा। नक्सल हिंसा में पीड़ित को पुनर्वास सहायता योजना के तहत शत-प्रतिशत लाभान्वित करने के निर्देश दिए।

कलेक्टर ने जल-जीवन मिशन विकासखण्डवार कार्य पूर्णता की स्थिति विद्युत कनेक्शन क्रेडा को सोलर कनेक्शन की स्थिति की समीक्षा किए। शासन के निर्देशानुसार आवारा पशुओं और पालतु पशुओं जो मुख्य मार्ग या सड़क पर बेतरदीब बैठे रहते हैं उन पर नियंत्रण हेतु राष्ट्रीय राजमार्ग में मुख्यालय से 40-60 किलोमीटर की दूरी तक पशुओं के चिन्हाकंन हेतु संबंधित क्षेत्र के अनुविभागीय अधिकारी के नेतृत्व में समिति द्वारा गांव या पशु का रोड में बैठने वाले स्थल का चिन्हाकंन करने तथा ग्राम पंचायत स्तर पशुपालक का नाम की सूची तैयार करने की कार्यवाही की जाएगी। पशु पालकों को दो बार चेतावनी के बाद लोकहित अधिनियम के तहत कार्यवाही किया जाएगा। साथ ही आवारापशुओं को धर पकड़कर गौशाला में रखने की कार्यवाही की जाएगी। इसके अलावा बैठक में नशा मुक्ति अभियान, बस्तर ओलपिंक आयोजन व पंजीयन और बस्तर दशहरा के तहत सरस मेला आयोजन के संबंध में भी आवश्यक चर्चा और दिशा निर्देश दिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *