रायपुर: कोरोना और मंकीपॉक्स को लेकर आ रही खबरों के बीच छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू की दस्तक ने लोगों की नींद उड़ा दी है. स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने बताया अब तक प्रदेश में स्वाइन फ्लू के 11 मरीज मिल चुके हैं. इनमें से दो मरीजों को डिस्चार्ज किया जा चुका है, वहीं 9 मरीजों का इलाज जारी है.
बरसात में लगातार होने वाले मौसमी बदलाव के कारण कई तरह की संक्रमणजनित बीमारियां होती हैं, इससे बचने और सावधान रहने की जरूरत है. इसके मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को मंकी-पॉक्स, कोविड-19 और स्वाइन फ्लू के साथ मौसमी बीमारियों से सावधान और सचेत रहने की अपील की है. स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों और सिविल सर्जन्स को आवश्यक निर्देश जारी किए गए हैं. इसके साथ ही सभी जिलों में अलर्ट भी जारी किया गया है
प्रदेशवासियों से अपील गई है कि वे भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क का उपयोग अवश्य करें. साथ ही हाथों की साफ-सफाई व कोविड-19 एप्रोप्रिएट बिहैवियर का गंभीरता से पालन करें. स्वाइन फ्लू भी कोरोना की तरह फेफड़ों को प्रभावित करता है.
स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने बताया कि छत्तीसगढ़ में मंकी-पॉक्स का एक संदिग्ध प्रकरण सामने आया था, जांच के बाद उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई है. देश के दूसरे हिस्सों में मंकी-पॉक्स के आठ मामले आए हैं, इसलिए पर्याप्त सावधानी बरतने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वाइन फ्लू के 11 प्रकरणों की पहचान हुई है, जिनमें से दो मरीज इलाज के बाद स्वस्थ होकर अस्पताल से घर लौट चुके हैं. शेष नौ मरीजों का रायपुर के निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है. स्वाइन फ्लू के इन मामलों को संज्ञान में लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है.