
रायपुर ।५००० हजार वर्ष बाद फिर आया आषाढ़ कृष्ण पक्ष १३ दिन का “विश्वघात” नामक समय*:- श्री सुरेश्वर महादेव मंदिर रायपुर छग के पीठाधीश्वर व संस्थापक डां.स्वामी राजेश्वरानंद महाराज जी “अध्यक्ष” (संत महासभा छत्तीसगढ़) ने बताया की
आषाढ़ कृष्ण पक्ष प्रतिपदा से अमावस्या पर्यन्त२३ जून से ०५ जुलाई २०२४ तक समय तिथि का विशेष ध्यान रखें*
*इन दिनों में कोई शुभ और नया कार्य करने से बचें उससे ज्यादा बड़ी सावधानी से पापाचार/अधर्म करने से बचें। यह पक्ष(13) दिनों का है इस पक्ष का नाम *विश्वघस्र है* *ऐसा ही 13दिनों का पक्ष 5000वर्ष पहले हुआ था उसी काल में महाभारत जैसा घनघोर युद्ध्य की घाटी आयी थी जिसमें लाखों करोड़ों लोग मौत के घाट उतर गये थे काल के गाल मे समा गये थे। जितना ज्यादा हो सके* *भगन्नाम संकीर्तन नाम जप जरूर करें।
*प्राकृतिक आपदा और विश्वस्तर का युद्ध्य हो सकने की संभावना हैसतर्क रहें। इसी कड़ी में हमारे रायपुर छग के ज्योतिषाचार्यों ने अपनी अपनी -बात रखी। जिसमें सुरेश्वर महादेव मंदिर के मुख्य पुजारी श्री रामकृष्ण त्रिपाठी ने कुल देवी -देवता के पुजा पर विशेष ध्यान केंद्रित की बात कही व मोहन महाराज ने ज्योतिष के आधार पर इस पक्ष पर संयम व धीरज के साथ कार्य करने की बात कही व पं.भरत योगी जी ने भी कहा अपने* *अराध्य देव की पुजा पाठ करें व साध्वी सौम्या जी ने कहां अपने जीवन शैली में बदलाव लाकर इस तेरह दिनों में दिनों में पुजा पाठ पर विशेष ध्यान रखें* *आजीवन निराहार बाबा गौतमानंद जी ने विशेष शिव जी के पुजा में ध्यान आकर्षित कराया*
*और संत महासभा छत्तीसगढ़ के प्रदेश प्रवक्ता रुपेश महाराज जी ने बताया की विशेष तौर से आपने कार्यशैली में ध्यान रखकर प्रभु संकीर्तन करते रहे व आषाढ़ कृष्ण पक्ष के तिथि में २३ जून से ०५ जुलाई २०२४ तक अपने घर- मंदिर मोहल्ला आस- पास में रामायण पाठ // भागवत/गीता ज्ञान का पाठ पुजन कराते रहे व जन कल्याण कामना के साथ भजन कीर्तन करें और इस “विश्वघात” नामक पक्ष के दुष्प्रभाव से बचें