संभागस्तरीय युवा महोत्सव का रंगारंग शुभारंभ
जगदलपुर, 16 दिसंबर 2022/ संभागस्तरीय युवा महोत्सव का रंगारंग शुभारंभ आज कुम्हरावंड स्थित शहीद गुण्डाधूर कृषि महाविद्यालय परिसर में स्थित सभागार में किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित संसदीय सचिव श्री रेखचंद जैन ने कहा कि युवा महोत्सव प्रतिभाओं को मंच प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में संस्कृति और भाषा बोली में बहुत ही विविधता है तथा इसे संजोए रखने की आवश्यकता है। इस महोत्सव में हमारी यह सांस्कृतिक विविधिता झलकती है। यहां दो दिनों तक आयोजित होने वाले शारीरिक, बौद्धिक और सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं में युवा अपनी उत्कृष्ट प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष श्री चंदन कश्यप ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा निरंतर छत्तीसगढ़ की संस्कृति के संरक्षण का प्रयास किया जा रहा है। युवा महोत्सव निश्चित तौर पर लोगों को अपनी लोक संस्कृति से जोड़ेगा। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को संभागस्तरीय महोत्सव में उत्कृष्ट प्रदर्शन की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि विजयी प्रतिभागी राज्य स्तरीय महोत्सव में विजयी होकर बस्तर का नाम उज्जवल करेंगे।
महापौर श्रीमती सफीरा साहू और नगर निगम सभापति श्रीमती कविता साहू ने भी सभा को संबोधित किया और कहा कि अतिथियों के स्वागत के लिए प्रतिभागियों द्वारा लोक संस्कृति का जिस तरह शानदार प्रदर्शन किया गया, उससे प्रतिभागियों का उत्साह साफ झलक रहा है।
कलेक्टर श्री चंदन कुमार ने संभागस्तरीय युवा उत्सव में शामिल होने के लिए पहुंचे सभी प्रतिभागियों का जगदलपुर में स्वागत करते हुए कहा कि पूरा विश्व आज भारत की युवा शक्ति की ओर आशा भरी निगाहों से देख रहा है। युवा शक्ति में परिवर्तन की क्षमता होती है तथा यहां वे अपनी प्रतिभा को अभिव्यक्त करेंगे। यहां शामिल प्रतिभागी सीखेंगे और जीतेंगे। उन्होंने कहा कि बस्तर पर्यटन नक्शे में तेजी से उभर रहा है। युवा उत्सव के बीच समय निकालकर प्रतिभागी बस्तर की सुंदरता और यहां के विकास कार्यों को अवश्य निहारें। यहां दलपत सागर की सुंदरता के साथ खेल अधोसंरचनाओं के लिए बहुत से कार्य किए गए हैं, जिन्हें प्रतिभागियों को अवश्य देखना चाहिए। इस अवसर पर कांकेर की पूजा नाग द्वारा भरतनाट्यम और बस्तर जिले के प्रतिभागियों द्वारा डंडारी नृत्य का मनमोहक प्रदर्शन किया गया। खो खो का पहला मैच नारायणपुर और कोंडागांव के बीच खेला गया, जिसमें नारायणपुर की टीम विजयी रही।