कलेक्टर एल्मा ने की गोधन न्याय योजना कार्यों की समीक्षा ज़िले के गौठानों में अब तक 3.37 लाख क्विंटल से

अधिक गोबर की हुई खरीदी, वही 87.62 हज़ार क्विंटल से अधिक वर्मी कम्पोस्ट खाद का हुआ उत्पादन

बेमेतरा 6 सितंबर 2023 – कलेक्टर श्री पी.एस.एल्मा ने मंगलवार को गोधन न्याय योजना की समीक्षा की। उन्होंने  शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के पशुपालकों से गोबर की खरीदी,वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन और विक्रय की जानकारी ली। उपसंचालक पशु चिकित्सा को रोका छेका अंतर्गत की जा रही कार्रवाई की जानकारी ली। कलेक्टर श्री एल्मा ने उप संचालक को  चिन्हांकित सड़क व जिले से गुजरने वाले राष्ट्रीय व राजमार्ग के समीप गांव के मवेशी व आवारा पशुओं के घूमने वाले मवेशियों  जो सड़क पर आ जाते है,ऐसे मवेशियों के लिए गौठान में  चरवाहे एवं अन्य व्यवस्था करने का प्रस्ताव देने के निर्देश दिए।उन्होंने गौअभ्यारण्य में  फेंसिंग के लिए भी प्रस्ताव व कार्य योजना बना कर कम करने कहा। उपसंचालक कृषि ने बताया कि ज़िले में अबतक कुल 337732.39 क्विं गोबर खरीदी हो चुकी है। गोबर ख़रीदी की कुल राशि 6 करोड़ 75 लाख 46 हज़ार रुपये का भुगतान किया गया है। अभी तक वर्मी खाद उत्पादन- 87062.90 क्वि. हुआ है। 75777.42 क्वि. वर्मी कम्पोस्ट बिक्री की जा चुकी है।
कलेक्टर श्री एल्मा  ने रीपा चल रही आर्थिक गतिविधियों गोबर पेंट उत्पादन और विक्रय जानकारी लेते हुए कहा कि शासन के निर्देशानुसार सरकारी, भवनों,स्कूल, आदि सभी सरकार निर्माण एजेंसी रीपा में  उत्पादित गोबर डिस्टेंपर का उपयोग करें। उन्होंने जिले के सरकारी कार्यालयों, स्कूल, आश्रम-शालाओं में रोज़मर्रा की उपयोगी सामग्री की के साथ कार्यालयों में उपयोग की जाने वाली स्टेशनरी सामग्री आदि सी-मार्ट से  शासन की मंशानुरूप खरीदी के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि रूरल इंडस्ट्रियल पार्क (रिपा) ग्रामीण क्षेत्रों में मध्यम और छोटे उद्योगों के विकास को प्राथमिकता देता है। इसका मुख्य लक्ष्य स्वरोजगार को प्रोत्साहित करना है और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर सृजित करना है। यहां पर्यावरण और औद्योगिक पार्क के नियमों का पालन करके स्वतंत्र उद्योग को प्रोत्साहित किया जाता है।
कलेक्टर ने जिले के ग्रामीण और नगरीय क्षेत्र की सड़कों  चौराहों, तिराहों दिखने वाले आवारा घुमंतू पशुओं को गौशाला,कांजी हाउस और ऐसी  गौठानों में आश्रय देने कहा जिनमें चारा-पानी के साथ मवेशियों के लिए चिकित्सकीय टीकाकरण,वैक्सीनेशन व अन्य जरूरी व्यवस्था हो। ऐसी गौठानों की मैपिंग की जाए । जहां आवारा घुमंतू  पशुओं को रखा जा सकें। बैठक में जिले के नगरपालिका अधिकारी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत,सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

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