रजिया बताती हैं कि अपनी पढ़ाई के बाद बस्तर क्षेत्र में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध वनोत्पादों के प्रसंस्करण कर उद्यम स्थापित करने का निश्चय किया। शुरूआत में वह वनोत्पादों पर कार्य कर रही कुछ महिला समूहों के साथ कार्य किया। इस दौरान वन विभाग और जिला प्रशासन से जुड़ गई। एक दिन वह स्टार्ट-अप के संबंध में जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र जगदलपुर आई तब उन्हें प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना के बारे में पता चला और विभागीय अधिकारियों की मदद से पंजीयन कर फार्म भरवाया गया। इसके बाद कैनरा बैंक जगदलपुर को परियोजना प्रस्ताव प्रेषित किया गया। लगभग तीन महीने पश्चात बैंक ने उनको प्लांट एवं मशीनरी हेतु 10 लाख रुपए का ऋण स्वीकृत कर प्रदाय किया गया। जिसमें उन्हें विभागीय योजनान्तर्गत 35 प्रतिशत का अनुदान भी प्रदान किया गया।
शासन की स्वरोजगार योजनांतर्गत वित्तीय सहायता प्राप्त कर शेख रजिया आज एक सफल महिला उद्यमी बन गई हैं। रजिया अपने इस खाद्य प्रसंस्करण उद्यम में पहले जुड़ चुकी महिला समूह के सदस्यों को कार्य पर रखा है, जिससे उन्हें भी नियमित तौर पर रोजगार सुलभ हो रहा है। इस उद्यम के जरिए अच्छी आमदनी अर्जित कर वह बैंक की ऋण राशि के किश्त को भी नियमित रूप से जमा कर रही हैं। अपने उद्यम बस्तर फूड फर्म में मुख्य उत्पाद महुआ लड्डू, ईमली चटनी, वाईल्ड हनी एवं महुआ चाय के बेहतर गुणवत्तापूर्ण पैकेजिंग एवं ब्रांडिंग के दम पर आज वह राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित प्रदर्शनी में भाग लेती हैं और छत्तीसगढ़ का नाम रोशन कर रही हैं।
जगदलपुर, 11 दिसम्बर 2024/ जगदलपुर शहर के एक मध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाली शेख रजिया अपने हुनर और मेहनत के दम पर आज एक सफल महिला उद्यमी हैं एवं बस्तर क्षेत्र के लिए एक मिसाल बन गई हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा जगदलपुर से पूरी कर आगे की पढ़ाई के लिए शेख रजिया हैदराबाद गई और वहां विज्ञान में रूचि होने के कारण माइक्रोबायोलॉजी में मास्टर्स किया। तत्पश्चात वह अपने पिता और भाई के बिजनेस में हाथ बंटाने के बजाए अपना स्वयं का उद्यम बस्तर फूड फर्म जगदलपुर में स्थापित किया है। इस उद्यम को अपनी कड़ी मेहनत और लगन से संचालित कर वह आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हो चुकी हैं।