झारखंड मामले में ‘एक और राय’ मांगी है : राज्यपाल रमेश बैस

रायपुर. झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने कहा है कि उन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से जुड़े लाभ के पद मामले में ‘एक और राय’ मांगी है. दीपावली मनाने के लिए अपने गृह जिले रायपुर में मौजूद बैस ने बुधवार को एक समाचार चैनल के संवाददाता से बातचीत में कहा कि झारखंड में कभी भी ‘एटम बम’ फट सकता है.

बैस से जब पूछा गया कि झारखंड में सोरेन सरकार के सहयोगियों ने उन पर राज्य सरकार को अस्थिर करने की साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया है तो उन्होंने कहा, ‘‘अगर मेरी सरकार को अस्थिर करने की मंशा होती तो मैं चुनाव आयोग की जो सिफारिश आई है, उसके आधार पर निर्णय ले सकता था. लेकिन मैं बदले की भावना से या किसी को बदनाम करने के लिए कोई भी कार्रवाई करना नहीं चाहता.’’ बैस ने कहा, ‘‘चूंकि, मैं एक संवैधानिक पद पर हूं, मुझे संविधान की रक्षा करनी है. संविधान के अनुसार चलना है.

मेरे उपर कोई उंगली न उठाए कि इन्होंने बदले की भावना से ऐसा किया है. इसलिए मैंने ‘एक और राय’ मांगी है.’’ हालांकि, उन्होंने चुनाव आयोग की सिफारिश के बारे में विस्तार से नहीं बताया और न ही यह स्पष्ट किया कि दूसरी राय किससे मांगी गई है.
यह पूछे जाने पर कि क्या एक और राय मिलने के बाद कोई बड़ा फैसला सामने आएगा, राज्यपाल ने कहा, ‘‘दिल्ली में तो पटाखों पर पाबंदी है. लेकिन झारखंड में पटाखा प्रतिबंधित नहीं है. हो सकता है कि एकाध ‘एटम बम’ फट जाए.’’ लाभ के पद मामले में सोरेन को विधानसभा सदस्यता से अयोग्य ठहराने की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की याचिका के बाद चुनाव आयोग ने 25 अगस्त को झारखंड के राज्यपाल को अपना फैसला भेजा था.

हालांकि, चुनाव आयोग के फैसले को अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन चर्चा है कि आयोग ने खनन पट्टे के मामले में एक विधायक के रूप में मुख्यमंत्री को अयोग्य ठहराने की सिफारिश की है. राज्य में ऐसी कयासों के बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस महीने की 15 तारीख को कहा था कि देश के इतिहास में ऐसा संभवत: पहली बार है कि ‘अपराधी’ बार-बार पूछ रहा है कि उसने क्या अपराध किया है और यदि अपराध किया है तो उसकी सजा बता दें, लेकिन उसे उसका अपराध न बताकर ही एक तरह से दंडित किया जा रहा है.

झारखंड में सरकार गिराने के लिए सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस के विधायकों की खरीद-फरोख्त की आशंका के बीच पिछले महीने सोरेन सरकार ने विधानसभा में विश्वास मत हासिल किया था. इस दौरान विपक्षी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के विधायकों ने सदन से बहिगर्मन किया था.

  • Related Posts

    आवास एवं पर्यावरण मंत्री ओ. पी. चौधरी की बड़ी घोषणा: छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल की OTS-2 योजना को मिली ऐतिहासिक सफलता — 139.47 करोड़ रुपए की 920 संपत्तियों का हुआ विक्रय

    *60% प्री–बुकिंग मिलने पर ही होगी निर्माण प्रक्रिया शुरू — गृह निर्माण मंडल अब हुआ पूर्णत: ऋणमुक्त* रायपुर, 17 जुलाई 2025/ छत्तीसगढ़ विधानसभा में आवास एवं पर्यावरण मंत्री श्री ओ.…

    Read more

    बस्तर का हर गांव बनेगा आपका अच्छा गांव- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

    *मुख्यमंत्री ने बीजापुर के युवा ग्रेजुएट पंच का बढ़ाया हौसला* *बीजापुर जिले के युवाओं से मुख्यमंत्री ने की आत्मीय मुलाकात* रायपुर 17 जुलाई 2025/ मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज…

    Read more

    You Missed

    जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग जगदलपुर में ई-हियरिंग का शुभारंभ 21 जुलाई को

    जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग जगदलपुर में ई-हियरिंग का शुभारंभ 21 जुलाई को

    स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में नगर निगम अंबिकापुर को मिला सुपर स्वच्छ लीग अवॉर्ड

    स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में नगर निगम अंबिकापुर को मिला सुपर स्वच्छ लीग अवॉर्ड

    अग्निवीर वायु भर्ती वर्ष 2026 हेतु 31 जुलाई तक कर सकते हैं आवेदन

    अग्निवीर वायु भर्ती वर्ष 2026 हेतु 31 जुलाई तक कर सकते हैं आवेदन

    जिला स्तरीय परामर्शदात्री समिति की बैठक 23 जुलाई को सभी विभाग 22 जुलाई तक भेजें अधिकतम 3 प्रस्ताव

    जिला स्तरीय परामर्शदात्री समिति की बैठक 23 जुलाई को सभी विभाग 22 जुलाई तक भेजें अधिकतम 3 प्रस्ताव

    आईटीआई में विभिन्न ट्रेड में प्रशिक्षण हेतु 23 जुलाई तक कर सकते हैं आवेदन

    आईटीआई में विभिन्न ट्रेड में प्रशिक्षण हेतु 23 जुलाई तक कर सकते हैं आवेदन

    आईटीआई बस्तर में विभिन्न ट्रेडों में प्रशिक्षण हेतु प्रवेश के लिए 23 जुलाई तक करें आवेदन

    आईटीआई बस्तर में विभिन्न ट्रेडों में प्रशिक्षण हेतु प्रवेश के लिए 23 जुलाई तक करें आवेदन