जशपुरनगर 21 दिसम्बर 2024/मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के मंशा अनुसार जिले में पंचकर्म क्रिया के द्वारा रोगियों को ईलाज करके निःशुल्क औषधि वितरण किया जा रहा है। लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध हो इसके लिए जिले में आयुष विभाग के अंतर्गत संचालित आयुष पॉलीक्लीनिक, आयुषविंग, थेरेपी सेंटर, आयुर्वेद, होम्योपैथी औषधालय, सी.एच.सी., पी.एच.सी. में आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी संस्था संचालित की जा रही है। साथ ही जिले में संचालित 07 आयुष हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर में कुल 1960 हितग्राहियों को योगाभ्यास कराया गया।
आयुष विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार विगत माह नवम्बर 2024 में कुल 13920 रोगियों को औषधि वितरण कर निःशुल्क उपचार किया गया है। साथ ही पंचकर्म क्रिया में नाड़ी स्वेद, सर्वांग स्वेद, नस्य एवं शिरो धारा के द्वारा 614 रोगियों की चिकित्सा की गई, विभाग द्वारा मुख्य रूप से जीर्ण वात व्याधि, ज्वर, संधिवात, त्वक विकार, गृध्रसी, जीर्ण श्वास रोग, दौर्बल्यता, जीर्ण कास रोग एवं उदर रोग की सफलता पूर्वक चिकित्सा की गई। हाट-बाजार के 3027 रोगी एवं सियान जतन क्लीनिक के माध्यम से 1877 रोगियों की चिकित्सा की गई। इसके साथ ही सूचना, शिक्षा एवं संचार के माध्यम से पाम्पलेट द्वारा भी लोगो को अधिक संख्या में आयुष चिकित्सा पद्धति द्वारा उपचार हेतु सफलता पूर्वक जागरूक किया जा रहा है।
विकासखण्ड स्तरीय निःशुल्क आयुष स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें विकासखण्ड कांसाबेल के बाजारडांड़ शब्दमुण्डा में विगत दिवस 09 दिसम्बर को निःशुल्क आयुष स्वास्थ्य शिविर कर कुल 430 हितग्राही को लाभान्वित किया गया है। जिसमें पुरूष 159, महिला 138, बालक 62 एवं बालिका 71 का ईलाज कर निःशुल्क कर औषधि प्रदान की गई तथा विकासखण्ड जशपुर अन्तर्गत बाजारडांड़ पोरतेंगा में 12 दिसम्बर 2024 को निःशुल्क आयुष स्वास्थ्य शिविर कर कुल 490 हितग्राही जिसमें पुरूष 241 महिला 183 बालक 35 बालिका 31 का ईलाज कर निःशुल्क औषधि प्रदान की गई एवं विकासखण्ड मनोरा अन्तर्गत बाजारडांड़ मनोरा में 13 दिसम्बर 2024 को निशुल्क आयुष स्वास्थ्य शिविर कर कुल 434 हितग्राही जिसमें पुरूष 130 महिला 150 बालक 97 बालिका 57 का ईलाज कर निःषुल्क औषधि प्रदान कर जनसामान्य को लाभ दिया गया।
शिविर में आयुर्वेद पद्धति एवं होम्योपैथी पद्धति से मरीजों का ईलाज और निःशुल्क दवाई दी गई
नवम्बर माह में 13 हजार से अधिक रोगियों का उपचार किया गया