समुदाय आधारित जल संरक्षण एवं जल और वन के संबंध को किया गया प्रदर्शित
बच्चे, युवा सहित सभी वर्ग के लोग क्विज में उत्साह के साथ लिया हिस्सा
धमतरी । बीते 5 एवं 6 अक्टूबर को रविशंकर जलाशय गंगरेल बांध में आयोजित जल जगार महोत्सव में जल संरक्षण को बढ़ावा देने प्रदर्शनी, मॉडल, क्विज का भी आयोजन किया गया। इसमें डिजिटल स्क्रीन में ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी, जल जागरुकता मॉडल एवं प्रेरक कहानी तथा चित्र के माध्यम से लोगों को जल बचाव के लिए जागरूक किया गया। साथ ही लोगों को एक्टिविटी में संलग्न कर उन्हे जल का महत्व बताया गया। प्रदर्शनी में सबसे ज्यादा भीड़ क्विज प्रतियोगिता में दिखी, जहां बच्चे, युवा सहित सभी उम्र वर्ग के लोग उत्साह के साथ हिस्सा लिया। क्विज में जल संवर्धन एवं जागरूकता के बारे में प्रश्न ऑनलाइन दिखाकर उनको उत्तर चुनने के लिए पूछा गया, जिसका उत्तर प्रतिभागी दिए। इसी प्रकार जल जगार प्रदर्शनी में जल संरक्षण में स्थानीय समुदायों के भागीदारी तथा महत्व को भी बताया गया। साथ ही समुदाय आधारित वन प्रबंधन और जल संरक्षण के तहत जंगलों और जल के बीच के महत्वपर्णू संबंध को दिखाया गया। यह प्रदर्शनी दिखाती है कि कैसे समुदाय अपनी पारंपरिक प्रथाओं के माध्यम से इन संसाधनों की रक्षा और प्रबंधन कर रहे हैं, ताकि सतत भविष्य का निर्माण हो सके। जंगलों और जल की यह पारस्परिकता समुदाय नेतृत्व में सतत प्रबंधन का एक आदर्श मॉडल प्रस्ततु करती है। यह प्रदर्शनी हमारे प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा के बारे में विस्तृत रूप से दिखाता है। प्रदर्शनी में जल संरक्षण के लिए जल संरचनाओं के निर्माण, भू गर्भ की आवश्यक जानकारी देने क्लार्ट ऐप की जानकारी दी गई। इस ऐप के माध्यम से उपयोगकर्ता को विभिन्न क्षेत्र में भू गर्भ चट्टानी संरचना के प्रकार और चट्टान की प्रकृति के आधार पर उस पर बनाए जा सकने वाले जल संग्रहण संरचना के चयन की जानकारी दी गई।
भूमि जल और जीवन का समन्वयः
प्रदर्शनी में प्राकृतिक संसाधन, प्रबंधन एवं जल संरचनाओं के उचित समन्वय करके बहुमूल्य वर्षा जल एवं ऊपरी मृदा की रक्षा को बताया गया। इसके माध्यम से बताया गया कि हम सब मिलकर बंजर खेतों को हरे-भरे परिदृश्य में बदल सकते हैं और फसल विविधीकरण को बढ़ावा दे सकते हैं। साथ ही अपने जंगलों को सरंक्षित कर सकते हैं। आज बचाया गया जल का हर एक बूंद कल के हरे-भरे भविष्य का बीज है। प्रदर्शनी में लोगों को संदेश दिया गया कि समय रहते जल संरक्षण के लिए कदम उठाएं, जिससे आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सशक्त और सतत भविष्य का निर्माण किया जा सके।