गर्भवती महिलाओं की गई गोदभराई, बच्चों का कराया गया अन्नप्राशन, वितरित की गई पोषण किट
कृषक उन्नति योजना के तहत लाभान्वित किसानों का किया गया सम्मान
धमतरी 12 दिसम्बर 2024/ राज्य शासन के निर्देशानुसार आम लोगों की मांग, समस्या और शिकायतों के निराकरण तथा शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देने के उद्देश्य से जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में आज धमतरी विकासखण्ड के ग्राम कण्डेल में जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर का आयोजन किया गया। इस मौके पर विभिन्न विभागों को मिले आवेदनों में से अधिकांश आवेदनों का निराकरण मौके पर ही किया गया। शिविर में जनपद सदस्य श्री रामाधार साहू, सरपंच कण्डेल श्रीमती पुष्पा नेताम, अपर कलेक्टर श्री जी.आर.मरकाम, एसडीएम धमतरी श्री पवन प्रेमी, डिप्टी कलेक्टर श्री मरकाम सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक और बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर में स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपस्थित ग्रामीणों का स्वास्थ्य जांच कर निःशुल्क दवाईयां वितरित की गईं। साथ ही कृषि विभाग द्वारा फसल चक्र परिवर्तन सहित विभागीय योजनाओं की जानकारी दी गई। कृषक उन्नति योजना के तहत लाभान्वित 6 किसानों श्री मोतीलाल यादव, श्री खूबचंद साहू, श्री डोमन साहू, श्री हीराधर साहू, श्री प्रेमलाल यादव और श्री राधेश्याम साहू का सम्मान किया गया। वहीं अन्य किसानों को प्रमाण पत्र और किसान किताब का वितरण किया गया। इसके साथ ही श्रीमती खुमेश्वरी ग्वाले, श्रीमती कुसुम साहू, श्रीमती मायावती साहू इत्यादि गर्भवती महिलाओं की गोदभराई और गुमा बंजारे, डोमेन्द्र बंजारे, माधुरी साहू और युवराज साहू इत्यादि बच्चों का अन्नप्राशन भी शिविर स्थल पर उपस्थित जनप्रतिनिधियों द्वारा कराया गया। इसके अलावा कुपोषित बच्चों को पोषण किट भी प्रदाय किया गया। शिविर में उपस्थित महतारी वंदन योजना के तहत लाभान्वित महिलाओं ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त किया। श्रीमती लीना प्रजापति ने बताया कि वे महतारी वंदन योजना के तहत प्राप्त राशि का उपयोग बच्चों के नाम खाता खुलवाया, वहीं श्रीमती पिंकी राजपूत और श्रीमती लालिमा पटवार ने सुकन्या समृद्धि योजना के तहत अपनी बच्चियों के नाम से खाता खुलवाया। श्रीमती राधा बंजारे ने बताया कि योजना के तहत प्रतिमाह मिल रहे एक हजार रूपये को वह बचत कर रहीं हैं, ताकि भविष्य में जरूरत के हिसाब से उन पैसों का उपयोग किया जा सके।