वरिष्ठ पत्रकार जवाहर नागदेव की खरी… खरी…
क्रिकेट की किट खरीद ली
मैच न खेलकर
कप्तान कौन हो पर झगड़ रहे
एक तगड़ी टीम के मुकाबले में खड़े बिखरे-बिखरे से खिलाड़ी चुनौती देने के लिये तिलमिला रहे हैं।
बस यही मनमुटाव मिटने से पहले ही मैच की डेट आ गयी और विपक्षी टीम टांय-टांय फिस्स…
राहुल का पत्ता साफ
ममता की मुहिम
ईधर आग में घी डाला ममता और केजरीवाल ने। इन्होंने कांगे्रस के ठहरे पानी में पत्थर उछाल दिया ये कहकर कि खड़गे प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार हो सकते हैं यानि वे साफ तौर पर राहुल गंाधी का पत्ता काटने के मूड मे दिखते हेैं।
लेकिन गांधी के अलावा किसी और नाम को आगे करने की सहूलियत ममता बैनर्जी को मिल गयी पांच राज्यों के चुनावों में कांग्रेस की हुई किरकिरी से।
उनके अंदर आत्मविश्वास होता तो वे इनमें से कोई बात कहते कि हमारे नेता राहुलजी और सोनिया जी हैं वे ही तय करेंगे कि कौन होगा प्रधानमंत्री या फिर सारे लोग एक साथ बैठकर तय करेंगे, सभी सांसद मिलकर प्रधानमंत्री चुनेंगे।
लेकिन उन्होंने जवाब दिया कि पहले जीत तो जाएं, फिर ये बात करेंगे। साफ जाहिर है कि विपक्ष में आत्मविश्वास की कमी है। सभी इस बात से वाकिफ हैं कि मोदी को हराना टेढ़ी खीर है।—————————-
जवाहर नागदेव, वरिष्ठ पत्रकार, लेखक, चिन्तक, विश्लेषक
मोबा. 9522170700
‘बिना छेड़छाड़ के लेख का प्रकाशन किया जा सकता है’