Friday, July 26

Tag: *कोल इंडिया की रोजगार विरोधी नीतियों के खिलाफ किसान सभा ने मनाया काला दिवस

कोल इंडिया की रोजगार विरोधी नीतियों के खिलाफ कोल सचिव को दिखाए गए काले झंडे, लगे “गो बैक” के नारे, 17 को किसान सभा का कुसमुंडा-गेवरा खदान बंद का आह्वान*
खास खबर, छत्तीसगढ़ प्रदेश, रायपुर

कोल इंडिया की रोजगार विरोधी नीतियों के खिलाफ कोल सचिव को दिखाए गए काले झंडे, लगे “गो बैक” के नारे, 17 को किसान सभा का कुसमुंडा-गेवरा खदान बंद का आह्वान*

  कोरबा। छत्तीसगढ़ किसान सभा और भूविस्थापित रोजगार एकता संघ के नेतृत्व में आज कोयला मंत्रालय के सचिव अमृत लाल मीणा और एसईसीएल के सीएमडी प्रेमसागर मिश्रा के दौरे का जबरदस्त विरोध हुआ। मीणा और मिश्रा के आगमन की खबर लगते ही सैकड़ों भूविस्थापित लामबंद हो गए और काले झंडे लेकर "मीणा गो बैक" के नारे लगाने लगे। इस अनायास प्रदर्शन से एसईसीएल प्रबंधन के हाथ-पैर फूल गए। आनन-फानन में कुसमुंडा थाना प्रभारी के नेतृत्व में त्रिपुरा बटालियन और सीआईएसएफ के बलों को भेजा गया, जिन्होंने प्रदर्शनकारियों को अपनी हिरासत में लिया और उनसे काले झंडे जब्त किए गए। कोयला सचिव और सीएमडी का दौरा पूरा होने के बाद ही प्रदर्शनकारियों को थाने से छोड़ा गया। उल्लेखनीय है कि भूविस्थापितों के रोजगार और पुनर्वास की मांग को लेकर इस क्षेत्र में लंबे समय से आंदोलन चल रहा है। कुसमुंडा में रोजगार एकता संघ के बैनर पर...
*कोल इंडिया की रोजगार विरोधी नीतियों के खिलाफ किसान सभा ने मनाया काला दिवस, राज्य सरकार भी निशाने पर, 4 नवम्बर से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की घोषणा*
कोरबा, छत्तीसगढ़ प्रदेश

*कोल इंडिया की रोजगार विरोधी नीतियों के खिलाफ किसान सभा ने मनाया काला दिवस, राज्य सरकार भी निशाने पर, 4 नवम्बर से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की घोषणा*

  कोरबा। कोल इंडिया और राज्य सरकार की रोजगार विरोधी नीतियों के खिलाफ आज छत्तीसगढ़ किसान सभा और रोजगार एकता संघ ने मिलकर काला दिवस मनाया तथा कुसमुंडा, गेवरा कार्यालयों पर और नरईबोध खदान में काले झंडों के साथ प्रदर्शन कर कोल इंडिया का पुतला जलाया गया।इन प्रदर्शनों में 45 गांवों के सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया। उल्लेखनीय है कि 1 नवम्बर को जहां कोल इंडिया और राज्य सरकार अपना स्थापना दिवस मना रही है, वहीं इस क्षेत्र के खनन प्रभावित लोगों ने रोजगार और पुनर्वास की समस्या को हल न करने के विरोध में काला दिवस मनाने की घोषणा की थी। कुसमुंडा महाप्रबंधक कार्यालय के सामने धरना देते हुए भी आज उनके एक साल पूरे हो गए, वहीं गेवरा कार्यालय के सामने भी उनका धरना शुरू हो चुका है। इस बीच 6 बार हुई खदान बंदी के कारण 40 घंटे से भी अधिक समय तक खदानें बंद रही है और 2-3 बार रेल परिवहन प्रभावित हुआ है। इस...