Saturday, September 7

Tag: भ्रष्टाचार नहीं होता! (व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा)

संस्कारी भ्रष्टाचार, भ्रष्टाचार नहीं होता! (व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा)
खास खबर, छत्तीसगढ़ प्रदेश, रायपुर

संस्कारी भ्रष्टाचार, भ्रष्टाचार नहीं होता! (व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा)

देखी, देखी, इन विपक्षियों की चंटई देखी। मोदी जी को भ्रष्ट भी कह रहे हैं। और अगर ईडी-सीबीआइ-आइटी पूछें, तो झट कह देंगे कि हमने कब मोदी जी को भ्रष्ट कहा है। तमिलनाडु वाले स्टालिन साहब कह रहे हैं कि अगर देश में भ्रष्टाचार की कोई यूनिवर्सिटी खुली, तो मोदी जी उसके चांसलर होंगे। चुनावी बांड के जरिए वसूली, भगवा पार्टी की वाशिंग मशीन, रफाल सौदा वगैरह, सब इसी के इशारे हैं। पर चुनाव आयोग पूछेगा, तो वही इंडिया वाले झट से कह देंगे कि न नरेंद्र मोदी को और न सारे मोदियों को, हमने तो भ्रष्ट कहा ही नहीं। हमने तो सिर्फ अनुभव की, विशेष योग्यता की बात की है, जो मोदी जी को किसी भ्रष्टाचार यूनिवर्सिटी के चांसलर के पद के लिए उपयुक्त बनाते हैं। वैसे भी चुनाव के बाद मोदी जी को दूसरे रोजगार की जरूरत पड़ सकती है और किसी यूनिवर्सिटी की चांसलरी से बेहतर रोजगार दूसरा क्या होगा? हां! अगर गवर्नर लोग तब भी मोदी जी के ...