Saturday, September 7

Tag: सफलता की कहानी

सफलता की कहानी, रीपा में तैयार हो रही है स्टेशनरी सामग्री, कॉपी, रजिस्टर, डायरी, फ़ाईल, पम्पलेट बना रहे हैं युवा
खास खबर, छत्तीसगढ़ प्रदेश, रायपुर

सफलता की कहानी, रीपा में तैयार हो रही है स्टेशनरी सामग्री, कॉपी, रजिस्टर, डायरी, फ़ाईल, पम्पलेट बना रहे हैं युवा

स्थानीय बाजार के साथ-साथ सरकारी कार्यालयों से भी अच्छी मांग रायपुर, 12 जुलाई 2023/प्रदेश सरकार महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क (रीपा) के माध्यम से राज्य के महिलाओं, युवाओं को रोजगार के साथ ही उद्यमियों को अवसर देने का काम कर रही है। शासन के इन प्रयासों से लोग आर्थिक रूप सशक्त हो रहे हैं। रीपा में स्थानीय संसाधनों की उपलब्धता के अनुरूप व्यवसाय को बढ़ावा दिया जा रहा है। आजीविका मूलक गतिविधियों से पर्याप्त रोजगार भी सृजित हो रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में इस पहल की सफल संचालन से इसका विस्तार शहरी क्षेत्रों में भी किया गया है। स्टेशनरी सामग्री बनाने का काम कर रहे हैं युवा बेमेतरा जिले के सांकरा ग्राम के युवा रीपा में स्टेशनरी सामग्री बनाने का काम कर रहे हैं। रीपा में स्टेशनरी-प्रिंट यूनिट स्थापित की गई है। जिसमें युवा विकास समिति ग्राम सांकरा के 10 युवा कार्यरत हैं। समिति की...
सफलता की कहानी, नारधा गौठान बना महिलाओं के लिए रोजगार का जरिया
खास खबर, छत्तीसगढ़ प्रदेश, दुर्ग

सफलता की कहानी, नारधा गौठान बना महिलाओं के लिए रोजगार का जरिया

दुर्ग, 9 जून 2023/ग्राम पंचायत नारधा में गौठान समूह की महिलाओं को अलग-अलग गतिविधियों से आर्थिक लाभ मिल रहा है। कृषि अधिकारियों द्वारा मार्गदर्शन प्राप्त कर गौठान में वर्मी खाद का उत्पादन समूह द्वारा किया जा रहा है, जिससे अच्छी आमदनी प्राप्त हो रही है। गौठान में विभिन्न गतिविधियों से जुड़कर स्व सहायता समूह की महिलाएं घर का खर्चा चलाने में सहयोग प्रदान कर रही है। वर्तमान में नारधा गौठान में सखी स्व सहायता समूह द्वारा वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन का कार्य किया जा रहा है। समूह की महिलाओं को प्रत्येक माह लगभग तीन हजार रूपए का आय प्राप्त हो रहा है। अब तक वर्मी से एक लाख 78 हजार रूपए का मुनाफा प्राप्त कर चुके हैं। स्व सहायता समूह की महिलाएं वर्मी कम्पोस्ट से प्राप्त राशि का उपयोग अपने कार्य का विस्तार करने में लगा रही है। गौठान में ही समूह की महिलाओं द्वारा मुर्गी पालन का कार्य भी किया जा रहा है।...
सफलता की कहानी, गोधन न्याय योजना से गोबर हुआ अनमोल, मिल रहा गोबर का मोल
खास खबर, छत्तीसगढ़ प्रदेश, रायपुर

सफलता की कहानी, गोधन न्याय योजना से गोबर हुआ अनमोल, मिल रहा गोबर का मोल

*गौपालकों और चरवाहों के जीवन में आई खुशहाली* रायपुर, 27 मई 2023। गोधन न्याय योजना से गौपालकों और चरवाहों के जीवन में खुशहाली आई है। उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि गोबर को पैसा में खरीदा जाएगा और इसको बेचने से आमदनी भी होगी। लेकिन छत्तीसगढ़ शासन की गोधन न्याय योजना से जिंदगी बदल गई है। छत्तीसगढ़ सरकार ने जब से 02 रूपए प्रति किलो में गोबर की खरीदी प्रारंभ की तब से गोबर का मोल मिलने लगा है। अब यह आय का जरिया बन गया है, जिससे गौपालक और चरवाहे आमदनी पाकर अपनी जरूरतों को पूरा कर रहे हैं। ग्राम बिरकोना के चरवाहा श्री रामजी यादव ने बताया कि वे सुबह और शाम गाय चराने गौठान में आते है। उन्होंने कहा कि जब से गोधन न्याय योजना की शुरूआत हुई है, तब से दोहरा लाभ मिलने लगा है। एक ओर चराई का मेहताना मिल रहा है, दूसरी ओर गोबर बेचकर अच्छी-खासी आमदनी भी प्राप्त कर रहे है। उन्होंने बताया कि गोबर बेचकर 18 ...
सफलता की कहानी, रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के सस्टेनेबल मॉडल से उद्यमियों के लिए खुले तरक्की और खुशहाली के नये रास्ते
खास खबर, छत्तीसगढ़ प्रदेश, रायपुर

सफलता की कहानी, रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के सस्टेनेबल मॉडल से उद्यमियों के लिए खुले तरक्की और खुशहाली के नये रास्ते

*रीपा अमलीडीह के आजीविका वर्कशेड में उद्यमियों को मिला अच्छा कार्यस्थल* *समूह की महिलाओं को वर्मी कम्पोस्ट एवं केंचुआ संवर्धन की बिक्री से हुई 10 लाख की आमदनी* *शिवराज ने सोफा एवं दीवान की बिक्री से कमाए 25 हजार रूपए* *आरूग जैविक कीटरोधक नीमास्त्र एवं आरूग जैविक टॉनिक द्रव्य जीवमृत का निर्माण कर रही समूह की महिलाएं* *मुर्गीपालन, बकरी पालन, मशरूम उत्पादन, सामुदायिक बाड़ी एवं पशुपालन जैसी गतिविधियां संचालित हैं रीपा में* रायपुर, 27 मई 2023। ग्रामीण क्षेत्रों में विकास के लिए एवं सस्टेनेबल मॉडल की संकल्पना साकार हो रही है, रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के रूप में। रीपा के एक नवाचार से कैसे लोगों की जिंदगी बदलती है और खुशहाली के रास्ते खुलते हैं। इसकी एक बानगी ग्राम अमलीडीह के रीपा गौठान में देखने को मिली, जहां रीपा की अधोसंरचना अंतर्गत विभिन्न वर्क शेड बनाये गये हैं और वहां विभि...
सफलता की कहानी, नरवा विकास: खारी नाला से अब होने लगी सिंचाई तथा निस्तारी
खास खबर, छत्तीसगढ़ प्रदेश, रायपुर

सफलता की कहानी, नरवा विकास: खारी नाला से अब होने लगी सिंचाई तथा निस्तारी

*अर्दन डेम भौता में 100 एकड़ रकबा में सिंचाई की सुविधा निर्मित* रायपुर, 15 मार्च 2023/ राज्य सरकार द्वारा संचालित सुराजी गांव योजना के तहत नरवा विकास कार्यक्रम अंतर्गत मनेन्द्रगढ़ वनमंडल के खारी नाला में लगभग 01 करोड़ रूपए की लागत राशि से अर्दन डेम का निर्माण किया गया है। इसके निर्माण से वन क्षेत्रों में जल के स्तर में वृद्धि के साथ-साथ 100 एकड़ रकबा में सिंचाई की सुविधा निर्मित हुई है। साथ ही वनांचल के लोगों के लिए अब पेयजल, सिंचाई तथा निस्तारी के लिए अच्छी सुविधा उपलब्ध हो गई है। गौरतलब है कि वनमंडल मनेन्द्रगढ़ अंतर्गत ग्राम पंचायत भौता के खारी नाला में 210 मीटर चौड़ाई एवं 10 मीटर ऊंचाई के अर्दन डेम निर्मित की गई है, जिसकी कुल लागत 01 करोड़ रूपए है। इसका कैचमेंट एरिया 55.00 हेक्टेयर है। उक्त अर्दन डेम के निर्माण से निकटतम ग्रामों के लगभग 40 परिवार प्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित होने लगे ह...
सफलता की कहानी
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सफलता की कहानी

नई दिल्ली (IMNB). यश सोनकिया का परिवार 25 वर्ष पूर्व उनके जन्म पर बहुत खुश हुआ था लेकिन वह खुशी केवल एक दिन के लिए थी क्योंकि दूसरे दिन उन्हें पता चला कि सोनकिया को ग्लूकोमा की बीमारी है और वह देख नहीं सकता है। सोनकिया का लगातार इलाज चला और इलाज के दौरान उनका आठ बार ऑपरेशन भी हुआ। लेकिन आंखों पर लगातार दबाव बढ़ने से आठ वर्ष की उम्र में उसके आंखों की रोशनी पूरी तरह से समाप्त हो गई। जब डॉक्टरों ने पहली बार 2004 में बताया था कि वह कभी नहीं देख सकेंगे तो उनके पिता ने उन्हें एक अंध विद्यालय में भर्ती कराया, तभी उन्होंने सोच लिया था कि वह बड़े होकर सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनेंगे। बचपन से ही प्रौद्योगिकी में उनकी गहरी रुचि है। उनके पास दुनिया के लाखों लोगों का जीवन बदलने और उन्हें प्रभावित करने की क्षमता है। उन्होंनेश्री गोविन्दराम सेकसरिया प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान संस्थान से हाल ही में अपनी ...