कुछ करने भी दो यारो! (व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा)
मोदी जी गलत नहीं कहते हैं। इन विरोधियों का बस चले, तो ये तो मोदी जी को कुछ करने ही नहीं दें। यहां तक कि बोलने भी नहीं दें, न टेलीप्राम्प्टर से और न उसके बिना। सिर्फ कुर्सी पर बैठाए रखें, अच्छे-अच्छे कपड़ों में सज-धज कर फोटो खिंचाने के लिए। बताइए, एप्पल वालों ने विपक्ष वालों के फोन में जासूस बैठाए जाने की जरा-सी चेतावनी क्या जारी कर दी, भाई लोगों ने इसी बात पर हंगामा खड़ा कर दिया। डेमोक्रेसी का मर्डर बता दिया। पब्लिक की जासूसी के राज का कायम होना बता दिया। संविधान में दिए गए अधिकारों का अंत और भी न जाने क्या-क्या बता दिया। और इल्जाम, बेचारी सरकार के सिर पर, सिर्फ इसलिए कि एप्पल के एलर्ट में बस इतना कहा गया था कि कोई सरकार का लहकाया हमला करने वाला आपके फोन में घुसने की कोशिश कर रहा था। सरकार का लहकाया कहने की देर थी कि भाई लोग पड़ गए सरकार के पीछे कि वही विपक्ष की जासूसी करा रही है।
पुरान...