कश्मीर से कन्याकुमारी राष्ट्रव्यापी संकल्प यात्रा आज पहुँची उमदा

सत्संगति हमारे जीवन को निखारती है। शरीर की पुष्टि और इन्द्रियों की तृप्ति मानव जीवन का उद्देश्य नहीं हो सकता। शरीर का ध्यान रखना है, जितना आवश्यक है। शरीर को…