Saturday, September 7

Tag: The uproar over the indefensible Tulsi is just an excuse

अरक्षणीय तुलसी पर कोहराम तो बहाना है, मकसद मनु और गोलवलकर को बचाना है (आलेख : बादल सरोज)
खास खबर, देश-विदेश, लेख-आलेख

अरक्षणीय तुलसी पर कोहराम तो बहाना है, मकसद मनु और गोलवलकर को बचाना है (आलेख : बादल सरोज)

जैसे इधर मदारी का इशारा होता है और उधर जमूरे का काम शुरू होता है, ठीक उसी तरह इधर संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने "अपने हिन्दुओं" के युद्धरत होने की बात कही और युद्धकाल में उनके द्वारा आँय-बाँय-साँय कुछ भी बोलने को जायज ठहराया, उधर उनकी पूरी भक्त पलटन ने युद्ध का नया मोर्चा खोल लिया। इस बार उन्हें बिहार के शिक्षामंत्री चंद्रशेखर सिंह का सिर - असल में जीभ - चाहिए। एक सुर में इस कुटुंब के हाहाकारी शोर के बीच इन्हीं के कुनबे के एक कथित संत, स्वयंभू जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने बिहार के शिक्षा मंत्री की जीभ काटकर लाने वाले के लिए 10 करोड़ रुपयों का ईनाम भी घोषित कर मारा। बकौल इस गिरोह के, बिहार के शिक्षा मंत्री ने जो बोला है, वह "सनातनियों का अपमान है।" इसी को थीम बनाकर सिर्फ बिहार के ही नहीं, देश भर के भाजपा नेता टूट पड़े, आर्तनाद की लहरों के ज्वार आ गए, भड़काऊ बयानों की झड़ी लग गयी। आखिर ऐसा क्या ब...