Saturday, September 7

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने महान संत परमपूज्य आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए इसे देश और समाज के लिए अपूरणीय और अपने लिए व्यक्तिगत क्षति बताया

आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज ने अपनी अंतिम साँस तक सिर्फ मानवता के कल्याण को प्राथमिकता दी– श्री अमित शाह


विद्यासागर जी महाराज सृष्टि के हित और हर व्यक्ति के कल्याण के अपने संकल्प के प्रति निःस्वार्थ भाव से संकल्पित रहे

विद्यासागर जी महाराज ने एक आचार्य, योगी, चिंतक, दार्शनिक और समाजसेवी, इन सभी भूमिकाओं में समाज का मार्गदर्शन किया

आचार्य विद्यासागर जी महाराज का जीवन ध्रुवतारे की तरह भावी पीढ़ियों का पथ प्रदर्शित करता रहेगा

प्रविष्टि तिथि: 18 FEB 2024 12:52PM by PIB Delhi

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने महान संत परमपूज्य आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए इसे देश और समाज के लिए अपूरणीय और अपने लिए व्यक्तिगत क्षति बताया।

X प्लेटफॉर्म पर अपनी पोस्ट में श्री अमित शाह ने कहा “महान संत परमपूज्य आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज जैसे महापुरुष का ब्रह्मलीन होना, देश और समाज के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्होंने अपनी अंतिम साँस तक सिर्फ मानवता के कल्याण को प्राथमिकता दी। मैं अपने आप को सौभाग्यशाली मानता हूँ कि ऐसे युगमनीषी का मुझे सान्निध्य, स्नेह और आशीर्वाद मिलता रहा।मानवता के सच्चे उपासक आचार्य विद्यासागर जी महाराज का जाना मेरे लिए एक व्यक्तिगत क्षति है। वे सृष्टि के हित और हर व्यक्ति के कल्याण के अपने संकल्प के प्रति निःस्वार्थ भाव से संकल्पित रहे।विद्यासागर जी महाराज ने एक आचार्य, योगी, चिंतक, दार्शनिक और समाजसेवी, इन सभी भूमिकाओं में समाज का मार्गदर्शन किया। वे बाहर से सहज, सरल और सौम्य थे, लेकिन अंतर्मन से वज्र के समान कठोर साधक थे। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य व गरीबों के कल्याण के कार्यों से यह दिखाया कि कैसे मानवता की सेवा और सांस्कृतिक जागरण के कार्य एक साथ किये जा सकते हैं।आचार्य विद्यासागर जी महाराज का जीवन युगों-युगों तक ध्रुवतारे के समान भावी पीढ़ियों का पथ प्रदर्शित करता रहेगा। मैं उनके सभी अनुयायियों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूँ।“

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