बीजापुर 02 नवम्बर 2022 -वो कहते हैं न कि बिन पानी सब सुन। ठीक ऐसे ही पानी के बिना मंगू का खेत और उसका जीवन भी सुना था। किन्तु यह स्थिति अब बीते दिनों की बात हो गई है। क्योंकि मंगू के खेत से लगी नदी में अब चेक डेम का निर्माण हो गया है। चेक डैम बन जाने से मंगू के खेत और उसके जीवन में हरियाली आ गई है। ऐसा हम इसलिए भी कह रहे हैं चूंकि जो खेत बारिश के सीजन में ही धान की फसल से लहलहाते थे अब चेकडेम बन जाने के कारण नदी में पानी संग्रहित होने की वजह से वर्ष भर सब्जी-भाजी से हरे -भरे रहने लगे हैं। इन साग-सब्जियों से होने वाली आमदनी के चलते मंगू के जीवन में भी अब हरियाली आ गई है।
मंगू के जीवन में आई हरियाली का श्रेय जाता है महात्मा गांधी नरेगा योजना के साथ नीति आयोग से मिलने वाली राशि के ताल मेल को। जनपद पंचायत बीजापुर की ग्राम पंचायत पेदाकोड़ेपाल के आश्रित ग्राम कोयाईटपाल में वित्तीय वर्ष 2019-20 में महात्मा गांधी नरेगा से राशि 8.12 लाख रूपये एवं नीति आयोग से जिले को प्राप्त होने वाली निधि में से राशि 11 लाख रूपए की लागत से चेकडेम निर्माण किया गया है।
ग्राम कोयाईटपाल के निवासी श्री मंगू लेकाम बताते हैं कि उनकी 1 एकड़ कृषि भूमि नदी से लगी हुई है। जहां बारिश के दिनों में ही मै फसल ले पा रहा था, शेष दिनों में यह भूमि सिंचाई के अभाव में खाली पड़ी रहती थी। चेक डेम बनने से नदी में भरपूर पानी रहता है। वर्ष भर मुझे सिंचाई के लिए पानी मिलने लगा है। इसी के चलते अब मेरा यह खेत साल भर साग-सब्जियों से लहलहा रहा है। वर्तमान में मैंने टमाटर, धनिया, मूली, गोभी, भिंडी आदि सब्जियों की फसल लगाई है, जिससे मुझे प्रतिदिन सब्जियों से 200 से 300 रुपये की आमदनी हो जाती है।
साल भर खेती-किसानी हुआ संभव