
छत्तीसगढ़ रजत जयंती महोत्सव 2025 के अंतर्गत दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक सराहनीय पहल की गई। कलेक्टर अबिनाश मिश्रा के निर्देशन एवं दिव्यांग प्रेरणा जनकल्याण समिति, जिला धमतरी के सहयोग से नगरी विकासखंड के दिव्यांगजनों हेतु “सक्षम प्रोजेक्ट” के अंतर्गत रविवार को विशेष कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
यह प्रशिक्षण बालाजी दिव्यांग स्कूल, देउरपारा (नगरी) में संपन्न हुआ, जहाँ दिव्यांग प्रतिभागियों को स्वरोजगार से जुड़ी व्यावहारिक जानकारी दी गई। प्रशिक्षण के दौरान डॉ. पोषण सिन्हा द्वारा गोबर से निर्मित धूपबत्ती, समरानी कप, हवन कुंड, शुभ-लाभ प्रतीक, गोबर के दीये जैसे पर्यावरण अनुकूल उत्पादों का प्रशिक्षण प्रदान किया गया। वहीं पत्तल-दोना निर्माण का प्रशिक्षण भोलाराम साहू एवं रामेश्वरी साहू द्वारा दिया गया।
कार्यक्रम में दिव्यांग प्रेरणा जनकल्याण समिति के संस्थापक बसंत कुमार बिश्नोई, अध्यक्ष संतोषी बिश्नोई, सह-सचिव डेराराम साहू, संरक्षक घनश्याम साहू, श्रीमती सुमन साहू, मिलाप साहू, नगरी ब्लाक अध्यक्ष ओमप्रकाश भंडारी, उपाध्यक्ष सचिन कुमारी यादव, पार्वती जी सहित समिति के पदाधिकारी उपस्थित रहे। प्रशिक्षण में स्कूल के छोटे-छोटे बच्चों ने भी उत्साहपूर्वक सहभागिता कर विशेष रुचि दिखाई।
डिप्टी कलेक्टर डॉ. कल्पना ध्रुव री एवं उप संचालक समाज कल्याण डॉ. मनीषा पाण्डेय ने कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ उन्हें सम्मानजनक आजीविका से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
कार्यक्रम का उद्देश्य दिव्यांगजनों में आत्मविश्वास विकसित कर उन्हें स्वावलंबन की ओर अग्रसर करना रहा, जिसे प्रतिभागियों द्वारा सराहा गया।








