भारत में कोरोना को लेकर केंद्र और राज्य सरकारों की तरफ से इमरजेंसी मीटिंग बुलाई जा रही है. राज्यसभा और लोकसभा में भी इसे लेकर सावधानी बरतने की अपील की गई है.
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कोरोना वायरस को लेकर बैठक बुलाई है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी होंगे शामिल. इस बैठक में कोविड को लेकर चर्चा होगी, जोकि दोपहर 1 बजे सचिवालय में होनी है.
देश में कोरोना को लेकर बढ़ रही चिंता के बीच संसद में भी इसका असर नजर आ रहा है. लोकसभा अध्यक्ष ने सदन में आने वाले सभी सांसदों मंत्रियों और अधिकारियों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया. बिना मास्क पहने अंदर जाने वाले लोगों की मास्क दिया जा रहा था. इसके अलावा राज्यसभा में भी तमाम सांसद मास्क पहने हुए नजर आए.
दिल्ली महिला आयोग (DCW) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा कि पिछले साल कोरोना की जो लहर आई उसने कई घर उजाड़ दिए. उन्होंने भी अपनों को खोया. जो खबरें चीन से आ रही हैं वो हर भारतीय की नींद उड़ा रही हैं. उन्होंने केंद्र सरकार से तुरंत ही चीन से आने वाली उड़ानों पर बैन लगाने की मांग की है.
कोरोना को लेकर सतर्क रहने की जरूरत- राजेश टोपे
उद्धव ठाकरे गुट के विधायक राजेश टोपे कोरोना को लेकर चिंता जताई है. उन्होंने कहा कि चीन, ब्राजील और अन्य देशों में कोविड के प्रकोप को देखते हुए हमें सतर्क रहने की जरूरत है. हमें केंद्र सरकार और डब्ल्यूएचओ की सलाह का सख्ती से पालन करने और ट्रैकिंग, टेस्टिंग, इलाज और कोविड के अनुकूल व्यवहार पर ध्यान देने की जरूरत है. उन्होंने बताया कि ग्रामीण इलाकों में ऑक्सीजन प्लांट बनाए, लेकिन यह लगातार निगरानी की जरूरत है कि क्या वे अभी अच्छी स्थिति में हैं. उन्होंने दवाइयों की कमी का भी जिक्र किया और वेरिएंट को जानने के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग पर भी जोर दिया है.
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डॉ के सुधाकर ने बताया कि राज्य सरकार की तरफ से सीएम की अध्यक्षता में आज आपात बैठक बुलाई है. पीएम ने सभी स्वास्थ्य अधिकारियों और तकनीकी समिति के सदस्यों के साथ बैठक बुलाई है. उनके निर्देशों के आधार पर हमारी सरकार भी उनकी सभी सिफारिशों और दिशानिर्देशों का पालन करेगी.
जब कोविड की शुरुआत थी तो जिन लक्षणों के बारे में बताया गया उनमें स्वाद और सूंघने की क्षमता में कमी, सांस लेने में तकलीफ आदि शामिल थे और उन्हें वायरस का सबसे बड़ा लक्षण माना जाता था. समय के साथ जैसे-जैसे नए वेरिएंट सामने आए, वायरस से जुड़े लक्षणों में भी काफी बदलाव आया. अब ज्यादातर लोग लगातार खांसी, गले में खराश और बुखार जैसे लक्षणों की शिकायत करते हैं बजाय गंध और स्वाद के जाने और सांस लेने में तकलीफ की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कोरोना की स्थिति की समीक्षा के लिए बैठक बुलाई है. बैठक में कई अहम फैसले लिए जा सकते हैं. इससे पहले बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने भी अधिकारियों के साथ बैठक की थी.
तमाम राज्यों में कोरोना को लेकर हलचल तेज हो गई है दिल्ली और महाराष्ट्र के अलावा यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कोरोना को लेकर टीम-9 के साथ बैठक बुलाई है. झारखंड के मंत्री ने कहा सरकार पूरी तरह से गंभीर, राज्य अलर्ट पर है. उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कोविड से निपटने के लिए हमने सभी निर्देष जारी कर दिए हैं. वहीं, चंडीगढ़ प्रशासन ने एहतियातन इलाज और सर्जरी के लिए आने वाले मरीज़ों का कोविड टेस्ट करने के आदेश दिए हैं.
कोरोना के कारण महाराष्ट्र पहले कई परेशानियां झेल चुका है. इस बार राज्य सरकार इसे लेकर काफी चिंतित है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कोरोना को लेकर रिव्यू मीटिंग बुलाई है. आज (22 दिसंबर) दोपहर 3 बजे विधानसभा के मीटिंग हॉल में अधिकारियों के साथ होगी बैठक.
देश में एक बार फिर से कोरोना को लेकर केंद्र सहित राज्य सरकारें पूरी तरह से अलर्ट नजर आ रही हैं. आज राजधानी दिल्ली में भी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कोरोना को लेकर बैठक करने वाले हैं.
चीन और जापान समेत अब पूरी दुनिया में एक बार फिर कोरोना ने पांव पसारने शुरू कर दिए हैं. भारत में अब तक ओमिक्रोन के सब वेरिएंट बीएफ.7 (BF7 Omicron Variants) के चार मामले सामने आए हैं. केंद्र और राज्य सरकारें इसे लेकर काफी अलर्ट हो गई हैं. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोपहर के समय एक उच्च स्तरीय बैठक में देश में कोविड-19 से संबंधित स्थिति और संबंधित पहलुओं की समीक्षा करेंगे.
इसके साथ ही दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है. इस बैठक में कोरोना को लेकर उठाए जाने वाले हर एक कदम को लेकर विस्तार से चर्चा की जाएगी. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी आज कोरोना को लेकर टीम-9 के साथ बैठक करने वाले हैं. वहीं, महाराष्ट्र में विदेशों से आने वाले सभी यात्रियों की थर्मल टेंस्टिंग की जा रही है.
कोरोना को लेकर केंद्र अलर्ट
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को लिखे अपने पत्र में कहा था कि ‘परीक्षण-निगरानी-उपचार-टीकाकरण और कोविड-उपयुक्त व्यवहार के जरिये भारत कोरोना वायरस के प्रसार को सीमित करने में कामयाब रहा है. तमाम देशों में कोरोना के मामलों को बढ़ता देख भारत में भी इसे लेकर पहले से ही कड़े कदम उठाए जा रहे हैं.
केंद्र की हाई लेवल मीटिंग
21 दिसंबर को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने स्वास्थ्य अधिकारियों और विशेषज्ञों के साथ बैठक की थी. इस दौरान उन्होंने कोरोना से बचाव को लेकर कई दिशा-निर्देश जारी किए. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना को लेकर उच्च स्तरीय बैठक करेंगे.