केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भुवनेश्वर में दूसरी जी-20 संस्कृति कार्य समूह की बैठक में कला भूमि में विशेष रूप से तैयार की गई सांस्कृतिक प्रदर्शनी ‘सस्टेन: द क्राफ्ट इडियम’ का उद्घाटन किया

प्रदर्शनी का विषय संस्कृति कार्य समूह (सीडबल्यूजी) की दूसरी प्राथमिकता – ‘एक सतत् भविष्य के लिए जीवित विरासत का उचित उपयोग’ को प्रदर्शित करता है

प्रदर्शनी वस्तुओं और सजीव शिक्षण प्रदर्शनों के माध्यम से भारत की 35 से अधिक शिल्प और विभिन्न भाषाओं और लिपियों को प्रदर्शित करती है

New Delhi (IMNB). भुवनेश्वर में दूसरी जी-20 संस्कृति कार्य समूह की बैठक से अलग आयोजित कार्यक्रम में, ‘सस्टेन: द क्राफ्ट इडियम’ के विषय के साथ विशेष रूप से तैयार की गई एक सांस्कृतिक प्रदर्शनी का उद्घाटन आज केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन और उत्तर पूर्व क्षेत्र विकास मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी और ओडिशा के मुख्यमंत्री श्री नवीन पटनायक ने किया।

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image002V7EM.jpg

संस्कृति और संसदीय कार्य राज्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल और गृह राज्य मंत्री श्री नित्यानंद राय भी इस अवसर पर उपस्थित थे। प्रदर्शनी 16 से 22 मई, 2023 तक कला भूमि – ओडिशा शिल्प संग्रहालय में आयोजित की जा रही है।

प्रदर्शनी ‘सस्टेन: द क्राफ्ट इडियम’ संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा दूसरी जी-20 संस्कृति कार्य समूह (सीडब्ल्यूजी) की बैठक (14 से 17 मई, 2023) के लिए आयोजित एक सांस्कृतिक परियोजना है जो ओडिशा के भुवनेश्वर में आयोजित की जा रही है। प्रदर्शनी का विषय संस्कृति कार्य समूह (सीडब्ल्यूजी) की दूसरी प्राथमिकता – ‘एक सतत् भविष्य के लिए जीवित विरासत का उचित उपयोग’ पर आधारित और प्रतिबिंबित करता है।

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image003M7VL.jpg

प्रदर्शनी भारत की सदियों पुरानी जीवित विरासत और स्वदेशी ज्ञान प्रणालियों की विभिन्न अभिव्यक्तियों को प्रस्तुत करती है, जिन्होंने प्राचीन काल से ही व्यक्तियों, समुदायों और समाजों को उनकी मान्यताओं, मूल्यों और परंपराओं को आकार देने में सहायता की है। प्रदर्शनी की परिकल्पना आगंतुकों, पेशेवरों और नीति निर्माताओं के बीच कई जीवित विरासत प्रथाओं के बारे में जागरूकता पैदा करना है जो मानव जाति और प्रकृति के बीच प्राकृतिक संसाधनों और सामंजस्यपूर्ण सह-अस्तित्व के सचेत और इष्टतम उपयोग को प्राथमिकता देते हैं।

‘सस्टेन: द क्राफ्ट इडियम’ तीन घटक अनुभवों – अक्षर, स्तंभ, और उस्ताद कारीगरों और शिक्षकों द्वारा प्रदर्शनों से बना है – जो इन विविध पहलुओं को समाहित करता है। प्रदर्शनी वस्तुओं और सजीव शिक्षण प्रदर्शनों के माध्यम से भारत की 35 से अधिक शिल्प और विभिन्न भाषाओं और लिपियों को प्रदर्शित करती है।

प्रदर्शनी का पहला भाग ‘अक्षरा – क्राफ्टिंग इंडियन स्क्रिप्ट्स’, भारत की विविध भाषाओं और शिल्प प्रथाओं पर प्रकाश डालता है, जो अद्वितीय विश्व विचारों और परंपराओं को प्रदर्शित करता है। एक नई डिजाइन शब्दावली के माध्यम से, अक्षरा भारत की लिपियों की दृश्य सुंदरता को प्रदर्शित करती है, जो अक्षरों, छंदों, वाक्यांशों, कविताओं और बोलचाल की बातों के माध्यम से व्यक्त की जाती है।

दूसरा खंड ‘स्तंभ: शिल्प, सहयोग और निरंतरता’ स्वदेशी शिल्प प्रथाओं और उनके समकालीन अभिव्यक्तियों की जानकारी प्राप्त करता है। यह खंड शहरी दर्शकों के लिए अनुकूलित, कारीगरों के सहयोग से पारंपरिक शिल्प के तत्वों के साथ डिजाइन की गई कार्यात्मक वस्तुओं को प्रदर्शित करता है। प्रदर्शनी में प्रसिद्ध शिल्पकारों के साथ मास्टर कक्षाएं, प्रदर्शन और अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (डीआईवाई) गतिविधियां भी होंगी।

*****

  • Related Posts

    केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने त्रिपुरा में सहकारिता को मजबूत करने विभिन्न पहलों का शुभारंभ किया

    प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में त्रिपुरा के हर किसान और गरीब के कल्याण के लिए सहकारिता पर बल दिया जा रहा है त्रिपुरा के किसान नेशनल कोऑपरेटिव ऑर्गेनिक्स…

    नई दिल्ली के इंडिया गेट में 3.5 करोड़ रुपये से ज्यादा की रिकॉर्ड बिक्री के साथ 22वां दिव्य कला मेला संपन्न हुआ

    कर्तव्य पथ पर ‘दिव्य कला शक्ति’ ने आगंतुकों को रोमांचित किया नई दिल्ली । दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (डीईपीडब्ल्यूडी) ने आज नई दिल्ली में ऐतिहासिक कर्तव्य पथ पर शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम…

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *