केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने एनडब्ल्यूडीए सोसायटी की वार्षिक आम बैठक और नदियों को जोड़ने के लिए विशेष समिति की 21वीं बैठक की अध्यक्षता की

केंद्रीय मंत्री ने नई दिल्ली में 17 से 21 सितंबर, 2024 तक आयोजित होने वाले 8वें भारत जल सप्ताह-2024 का शुभारंभ किया

New Delhi(IMNB). केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने आज नई दिल्ली में डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में एनडब्ल्यूडीए सोसायटी की 37वीं वार्षिक आम बैठक और नदियों को जोड़ने की विशेष समिति (एससीआईएलआर) की 21वीं बैठक की अध्यक्षता की। बैठक के दौरान केंद्रीय मंत्री ने अंतरराष्ट्रीय स्तर के भव्य आयोजन (मेगा इवेंट) 8वें भारत जल सप्ताह-2024 का भी शुभारंभ किया और इसकी वेबसाइट की शुरूआत की। 8वां भारत जल सप्ताह 17 से 21 सितंबर, 2024 तक नई दिल्ली में “समावेशी जल विकास और प्रबंधन के लिए साझेदारी और सहयोग” विषय पर आयोजित किया जाएगा।

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बैठक में भारत सरकार के जल शक्ति राज्य मंत्री श्री बिश्वेश्वर टुडू और पुडुचेरी सरकार के लोक निर्माण मंत्री श्री के. लक्ष्मीनारायण, जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग के सचिव, सीडब्ल्यूसी के अध्यक्ष, विभिन्न राज्यों के एसीएस/प्रमुख सचिव, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री के सलाहकार, केंद्र और राज्यों के विभिन्न मंत्रालयों/विभागों के प्रतिनिधियों के अलावा नामांकित विशेषज्ञों व अन्य ने भी भाग लिया। बिहार सरकार के जल संसाधन मंत्री श्री संजय कुमार झा ने बैठक को वर्चुअली संबोधित किया।

केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने अपने प्रारंभिक संबोधन में बताया कि देश में सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए पानी सबसे महत्वपूर्ण संचालकों में से एक है। जल संसाधनों का विकास और प्रबंधन भारत सरकार की प्रमुख प्राथमिकताओं में से एक रहा है। देश की जल और खाद्य सुरक्षा को बढ़ाने के लिए नदियों को जोड़ने (आईएलआर) वाला कार्यक्रम बहुत महत्वपूर्ण है और यह सूखाग्रस्त व वर्षा द्वारा सिंचित क्षेत्रों में पानी उपलब्ध कराने में सहायक होगा।

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श्री शेखावत ने दिसंबर, 2021 में केन बेतवा लिंक परियोजना (एनपीपी के तहत पहली आईएलआर परियोजना) के कार्यान्वयन की उल्लेखनीय उपलब्धि के बारे में भी बताया। यह परियोजना बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए वरदान साबित होगी। इससे राज्यों को अन्य संपर्क परियोजनाओं के कार्यान्वयन को लेकर आगे आने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा। उन्होंने इस बात पर संतोष जताया कि संशोधित पार्बती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना के कार्यान्वयन के लिए राजस्थान और मध्य प्रदेश लगभग सहमत हो गए हैं। इन दोनों राज्यों व केंद्र के बीच समझौता ज्ञापन पर भी जल्द ही हस्ताक्षर होने की संभावना है। उन्होंने सभी राज्यों से अनुरोध किया कि वे अन्य संपर्क परियोजनाओं, विशेष रूप से प्राथमिकता वाली परियोजना यानी गोदावरी-कृष्णा-पेन्नार-कावेरी लिंक के कार्यान्वयन के लिए आम सहमति पर पहुंचने को लेकर उदार दृष्टिकोण अपनाएं।

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बैठक में एनडब्ल्यूडीए के महानिदेशक ने एनडब्ल्यूडीए सोसायटी की 37वीं वार्षिक आम बैठक और नदियों को जोड़ने के लिए विशेष समिति (एससीआईएलआर) की 21वीं बैठक की कार्यसूची पर विस्तार से व्याख्यान दिया। बैठक में नदियों को जोड़ने (आईएलआर) परियोजनाओं के लिए विभिन्न कार्यों की स्थिति और लंबित मुद्दों/अड़चन आदि, एनडब्ल्यूडीए की वर्ष 2022-23 के लिए वार्षिक रिपोर्ट व खातों का लेखा परीक्षण और राज्यों में होने वाली संपर्क परियोजना के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। बैठक के दौरान राज्यों के प्रतिनिधियों ने नदियों को आपस में जोड़ने की परियोजनाओं पर अपने विचार रखे। एनडब्ल्यूडीए महानिदेशक द्वारा समापन टिप्पणी के साथ ही मंत्रियों, सदस्यों और राज्यों के प्रतिनिधियों को धन्यवाद देने के साथ ही बैठक संपन्न हुई।

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