*जिले में पेंशनर प्रकरणों के समय सीमा में निराकरण के लिए अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश*
*पेंशनर्स ने कलेक्टर के प्रति आभार जताया*
रायपुर के कलेक्टर गौरव सिंह ने कलेक्ट्रेट परिसर स्थित रेडक्रास भवन में पेंशनर संगठनों के साथ जिले में पेंशनरों की जटिल समस्याओं के निराकरण को लेकर 5 फरवरी को बैठक ली। बैठक सभी विभाग के जिला अधिकारी एवं प्रतिनिधि उपस्थित रहे। पहली बार आयोजित इस बैठक में पेंशनर संगठनों के प्रमुख नेता क्रमश: वीरेन्द्र नामदेव, पूरन सिंह पटेल, बी एस दसमेर, पी आर कटोलकर,अनिल पाठक, यूनुस कुरैशी,चेतन भारती के अलावा अन्य पेंशनर भी अपनी व्यक्तिगत समस्या को लेकर शामिल थे। पेंशनरों ने इस पहली बैठक के आयोजन के लिए कलेक्टर के प्रति आभार जताया। कलेक्टर ने पेंशनर समस्याओं के लेकर अब नियमित बैठक आहूत करने का भरोसा दिया।
बैठक में कलेक्टर ने पेंशन प्रकरणों के समय सीमा में निराकरण किए जाने पर विशेष ध्यान देने पर जोर देते हुए इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए और उनसे एक सप्ताह में लम्बित पेंशन प्रकरणों के कारणों की जानकारी प्रस्तुत करने को कहा ताकि जवाबदेही तय कर निराकरण हेतु जरूरी कार्यवाही हो सके।बैठक में भारतीय राज्य पेंशनर्स महासंघ छत्तीसगढ़ प्रदेश के प्रांताध्यक्ष वीरेन्द्र नामदेव ने जिला चिकित्सालय में बुजुर्गो के लिए पृथक ओपीडी काउंटर खोलने, ट्रेजरी में पेंशनरों के लिए बैठने की बेहतर इंतजाम, पेय जल की व्यवस्था के साथ साथ पेंशनर की पीपीओ जारी करने में विलम्ब पर अपनी बात रखी। पेंशनर्स महासंघ के राष्ट्रीय मंत्री पूरन सिंह पटेल ने शासन के निर्देश के परिपालन में सेवानिवृति के 2 साल पूर्व से न मांग न जांच प्रमाणपत्र जारी करने हेतु प्रक्रिया करने तथा सेवापुस्तिका का सत्यापन पूरा करने पर चर्चा की। कलेक्टर ने इस मुद्दे को महत्वपूर्ण माना और तदनुरूप कार्यवाही हेतु जरूरी निर्देश दिए। उन्होंने सभी विभाग के अधिकारियों से रिटायर हुए सभी कर्मचारियों की सूची प्रस्तुत करने को कहा और काल सेंटर से प्रत्येक पेंशनर से बातचीत कर उनकी समस्याओं से अवगत होने और उनका त्वरित निराकरण करने के भी निर्देश दिए हैं।