नाम – रमेश नैयर
जन्म – 1 अक्टूबर 1940 (जन्मपत्री के अनुसार 10 फरवरी 1940)
शिक्षा – एम.ए. अंग्रेजी (सागर विश्वविद्यालय), एम.ए. भाषा विज्ञान (पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर)
पत्रकारिता, लेखन एवं प्रकाशन का अनुभव
उपसंपादक, युगधर्म हिन्दी दैनिक रायपुर जुलाई 1964 से मार्च 1974, उपसंपादक, एम.पी. क्रॉनिकल रायपुर 1 अप्रैल से 1974 से 31 दिसंबर 1979, संस्थापक संपादक, लोक स्वर हिन्दी दैनिक बिलासपुर जनवरी 1980 से 1982, सहायक संपादक, दैनिक ट्रिब्यून चंडीगढ़ 1 जनवरी 1983 से मार्च 1988, संपादक नवभास्कर, रायपुर अप्रैल 1988 से अक्टूबर 1989, कार्यकारी संपादक, सण्डे आब्जर्वर (हिन्दी) दिल्ली और मुंबई 1 नवंबर 1989 से मार्च 1993, संपादक दैनिक भास्कर, रायपुर जून 1993 से मार्च 2001, द हितवाद, रायपुर में स्थानीय संपादक और उसके साथ ही दैनिक भास्कर, रायपुर का सलाहकार संपादक 1 अप्रैल 2001 से जून 2003, कुछ समय जनसत्ता, रायपुर का संपादन और फिर एक वर्ष हिन्दी दैनिक हरिभूमि का सलाहकार संपादक।
छत्तीसगढ़ के लेखकों पर केंद्रित तीन पुस्तकें संपादित और प्रकाशित
कथायात्रा (माधवराव सप्रे से लेकर रमाकांत श्रीवास्तव तक छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ कहानीकारों की प्रतिनिधि कहानियों का संकलन), उत्तरकथा (छत्तीसगढ़ के वर्तमान कथाकारों की कहानियों का प्रतिनिधि संकलन), साधो जग बौराना (छत्तीसगढ़ के व्यंग्यकारों की महत्वपूर्ण रचनाओं के संग्रह का संपादन), महान व्यक्तियों के जीवन पर केंद्रित पुस्तिकाओं का लेखन जिनमें प्रमुख हैं – पं. सुंदरलाल शर्मा, डा. श्यामाप्रसाद मुखर्जी, पं. दीनदयाल उपाध्याय, माधवराव सप्रे, राममनोहर लोहिया, ठाकुर प्यारेलाल सिंह और पं. रविशंकर शुक्ल। ए बुक ऑफ चारा रिकार्ड – समय – समय पर लिखी गई मेरी व्ंग्य रचनाओं का संकलन, एक दिल हजार अफसाने (अरेबियन नाइट्स पर आधारित धारावाहिक किस्सों का भावानुवाद) दो संस्करण प्रकाशित। साहित्य के लिए नोबल पुरस्कार विजेता व्ही.एस. नायपॉल की पुस्तक – इंडिया: ए वंूडेड सिविलाइजेशन (भारत: एक आहत सभ्यता) के हिन्दी अनुवाद का पुनरीक्षण। व्ही.एस. नायपॉल के नवीनतम उपन्यास मैजिक सीड्स का हिन्दी में माटी मेरे देश की शीर्षक से अनुवाद।
सम्मान
श्रेष्ठ पत्रकारिता के लिए ऑल इंडिया आर्टिस्ट एसोसिएशन, शिमला का 1984-85 का सामाजिक पत्रकारिता के लिए पुरस्कार, पत्रकारिता के लिए झाबरमल शर्मा स्मृति शिखर सम्मान, श्रेष्ठ पत्रकारिता के लिए प्रथम वसुन्धरा सम्मान, ग्रामीण अंचलीय पत्रकार संघ जनपद मेरठ द्वारा पुरस्कृत और सम्मानित।
संगठन
रायपुर प्रेस क्लब के अध्यक्ष, प्रेस क्लब ऑफ इंडिया दिल्ली तथा प्रेस क्लब चंडीगढ़ का सदस्य, तीन वर्षों तक इंडियन फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट पुणे की चार सदस्यीय गवर्निंग काउंसिलिंग का सदस्य।
यात्रा
अक्टूबर 1985 में लाहौर (पाकिस्तान) में हुई पत्रकारिता संगोष्ठी में हिस्सेदारी, नीदरलैण्ड्स के मास्ट्रिख्ट्स स्थित इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ जर्नलिस्ट्स के तत्वावधान में यूरोप भ्रमण और यूरोपियन जर्नलिज्म सेंटर द्वारा आयोजित 28 फरवरी से 4 मार्च 2005 कवरिंग दि यूरोपियन इन्फरमेशन सेमीनार में भारत के सात सदस्यीय पत्रकार दल के एक सदस्य के रुप में भागदारी। यूरोप में इटली, बेल्जियम, फ्रांस और नीदरलैण्ड्स की यात्रा, यूनाइटेड किंगडम की दो माह तक यात्राएं और प्रवास।
अन्य
तीन वर्षों तक न्यूज नेटवर्क ऑफ इंडिया का मानद संपादक, पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय की कार्य परिषद का सदस्य, दो वर्षों तक छत्तीसगढ़ विधानसभा की पत्रकार दीर्घा सलाहकार समिति का सभापति, दूरदर्शन, आकाशवाणी तथा अन्य टेलीविजन चैनलों के लिए लेखक, राजनैतिक समीक्षक और विषय विशेषज्ञ के रुप में कार्य किया।
संप्रति
छत्तीसगढ़ राज्य हिन्दी ग्रंथ अकादमी का संचालक।
संपर्क
निवास- 152-ए, समता कॉलोनी, रायपुर
फोन – 0771 – 2255500, 4060497, मो. 94252-02336
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(जो नैयर जी ने स्वयं लिखित मुझे एक प्रकाशन के लिए दिया था अक्षरश: वही बृजेश चौबे पूर्व रायपुर प्रेस क्लब अध्यक्ष )
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