
यह निर्णय कार्यालयीन कार्यों में कसावट लाने, दक्षता बढ़ाने तथा कर्मचारियों के अनुभव का बेहतर उपयोग करने के दृष्टिकोण से लिया गया है। कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि विभिन्न शाखाओं में पदस्थापना में बदलाव से कार्य का बंटवारा अधिक संतुलित होगा, जिससे प्रशासनिक कार्यों के निष्पादन में गति और पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सकेगी। शाखा परिवर्तन की यह प्रक्रिया निर्धारित सेवा मानकों, वरिष्ठता एवं प्रशासनिक आवश्यकताओं के आधार पर की गई है। साथ ही यह सुनिश्चित किया गया है कि कर्मचारियों को उनके अनुभव एवं दक्षता के अनुरूप जिम्मेदारियां सौंपी जाएं।
कलेक्टर श्री अजीत वसंत ने बताया कि कार्यालयीन प्रणाली को अधिक सुचारू बनाने हेतु यह आंतरिक पुनर्गठन एक नियमित प्रक्रिया है। इससे कार्य प्रणाली में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व दोनों ही सुनिश्चित होंगे।