अच्छी शिक्षा देकर बच्चों के भविष्य का निर्माण करें शिक्षक-कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा

कलेक्टर के निर्देशन में डीईओ ने किया स्कूलों का निरीक्षण
सहायक शिक्षक शौकीलाल खडिय़ा बिना सूचना के पाए गए अनुपस्थित, कारण बताओ नोटिस जारी
आगे भी लगातार चलेगा स्कूलों का आकस्मिक निरीक्षण, लापरवाही पर होगी कार्यवाही
रायगढ़, 7  जुलाई 2023/ कलेक्टर  तारन प्रकाश सिन्हा ने शिक्षा की गुणवत्ता में विशेष ध्यान देने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी को सतत् रूप से जिले के सभी स्कूलों का निरीक्षण करने के सख्त निर्देश दिए है। उन्होंने कहा था कि बच्चों का भविष्य उनकी शिक्षा से जुड़ी होती है। इसलिए सभी शिक्षक बच्चों को अच्छी शिक्षा देकर उनका भविष्य निर्माण करें। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही नहीं चलेगी। बीते दिनों उन्होंने स्कूल शिक्षा बैठक के दौरान डीईओ को स्पष्ट रूप से निर्देशित किया था कि सभी शिक्षक नियत समय में स्कूल में उपस्थित होकर बच्चों को अध्ययन-अध्यापन कार्य में विशेष प्राथमिकता दें एवं बिना कारणवश अनुपस्थित शिक्षकों पर सख्ती कार्यवाही के निर्देश दिए थे।
इसी कड़ी में डीईओ द्वारा स्कूलों के निरीक्षण में खरसिया विकासखण्ड के शास.प्राथमिक शाला पलगड़ा पहुंचने पर पता चला कि सहायक शिक्षक श्री शौकीलाल खडिय़ा स्कूल खुलने के दिनांक 26 जून से 5 जुलाई तक बिना सूचना के अपने कर्तव्य पर अनुपस्थित है। डीईओ ने संबंधित सहायक शिक्षक पर अनुशासनात्मक कार्यवाही करने हेतु कारण बताओ सूचना जारी किया है। उन्होंने कहा कि कलेक्टर श्री सिन्हा के निर्देशन में लगातार स्कूलों का आकस्मिक निरीक्षण चलता रहेगा। शिक्षकों के द्वारा किसी भी प्रकार की लापरवाही पाये जाने पर उनके ऊपर सख्त अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।
कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मंशानुरूप स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोले गये है, ताकि सामान्य एवं मध्यम वर्गो के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिलें। उन्होंने कहा कि यही बच्चे हमारा भविष्य है और इन बच्चों को शिक्षा का उचित वातावरण देना शिक्षा विभाग की महती जिम्मेदारी है। ताकि बच्चे मनाकर लगाकर पढ़ाई करें एवं जिले का नाम रोशन करें।
स्कूलों में शिक्षकों की अहम भूमिका
कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा कि हर बच्चे के लिए उसका स्कूल एक तरह से उसका दूसरा घर होता है इसलिए स्कूल के साथ उसके शिक्षक की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण हो जाती है। क्योंकि जीवन में शिक्षक की भूमिका माता-पिता के समान होती है ऐसे में अध्यापकों का व्यवहार और बच्चों के प्रति उनका आचरण काफी हद तक बच्चों की ग्रोथ पर निर्भर करता है।
डीईओ ने किया इन स्कूलों का निरीक्षण
कलेक्टर श्री सिन्हा के निर्देशन में जिला शिक्षा अधिकारी श्री बी.बाखला एवं विकासखण्ड स्त्रोत समन्वयक श्री प्रदीप कुमार साहू द्वारा विकासखण्ड खरसिया अंतर्गत शा.प्राथमिक शाला पतरापाली, शा.प्राथमिक शाला उल्दा, शास.प्राथमिक शाला बरगढ़, शास.प्राथमिक शाला पलगड़ा, शास.प्राथमिक शाला लोधिया, शास.प्राथमिक शाला ढिमानी, शास.प्राथमिक शाला सरवानी, शास.प्राथमिक शाला तीउर का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। इन सभी स्कूलों में सभी शिक्षक उपस्थित पाये गये एवं स्कूल संचालन सही पाया गया।

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